प्राचीन काल में आलू बुखारे से दलिया जैसा व्यंजन बनाया जाता था।
बाद में अडे, मांस, शराब व रोटी को मिलाकर 1670 से पुडिंग बनाने की प्रथा शुरू हुई।
उन दिनों पुडिंग को भोजन से पहले ही खा लेते थे।
पुडिंग आज भी बनाई जाती है, किंतु आधुनिक जीवन में इसे बनाने के तरीके बदल गए हैं। आज तो विभिन्न प्रकार की पुडिंग बनाई जाती है।
क्रिसमस के दिन लोग घरों में केक, पुडिंग तथा अन्य कई प्रकार के व्यंजन बनाते हैं। इस दिन लोग अनाथ, गरीब बच्चों, असहाय लोगों को उपहार, चॉकलेट और मिठाई, पुडिंग आदि वितरित करते हैं।