'सॉफ्ट बॉइल्ड एग' नियम क्या है?

कम्प्यूटर में विभिन्न कामों को करने के लिए जो सॉफ्टवेअर बनाए जाते हैं उन्हें अप्लीकेशन सॉफ्टवेअर कहते हैं। इसे सॉफ्टवेअर विशेषज्ञ तैयार करते हैं। इस तरह का सॉफ्टवेअर तैयार करते हुए विशेषज्ञों को ध्यान रखना होता है कि बनने वाला सॉफ्टवेअर यूजर के लिए आसान हो और उसकी उपयोगिता भी ज्यादा हो।

इस नए सॉफ्टवेअर के कामकाज को समझने में यूजर को ज्यादा समय न लगे यह बात ज्यादा महत्वपूर्ण है। मोटे तौर पर इस नए सॉफ्टवेअर की किसी विशेषता को समझने में या इसे ऑपरेट होने में तीन मिनट से ज्यादा का समय नहीं लगना चाहिए। इसे 'सॉफ्ट बॉइल्ड एग' नियम कहा जाता है। क्योंकि एक अंडे को भी उबलने में सामान्य तौर पर तीन मिनट लगते हैं।

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