निल्लनी ने कहा कि हमारे अध्ययन के अनुसार अवसाद के मध्य से गंभीर लक्षण के कारण गर्भधारण करने में देर हो सकती है और इस पर इस बात का कोई प्रभाव नहीं पड़ता कि वर्तमान में कौन सी अवसादरोधी दवाएं उन्हें दी जा रही हैं। इस अध्ययन का प्रकाशन 'अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनोकोलॉजी' में हुआ है। (भाषा)