आपने कहावत कहां राजा भोग और कहां गंगू तेली तो सुनी ही होगी। आइए प्रामाणिक आधारों से जानते हैं इस कहावत के बारे में - यह कहावत राजा भोज की वीरता के बारे में वर्णित है। भोज परमार एक ऐसे महाराजा थे जिन्होंने साहित्य, कला, ज्योतिष, शिल्पकला, धर्मशास्त्र, दर्शन के अनेक ग्रन्थ लिखे जिसमें से 80 के नाम आज भी ज्ञात है।