प्लास्टिक की गहरी स्तर के निचे कभी समुंदर के उन आशियानों को देखा है जो खुद इन प्लास्टिक की बाढ़ में अपना घर ढूंढ रहे हैं। समुंदर अक्सर बाढ़ का कारण होते हैं पर आज के समय में इन समुंदर पर प्लास्टिक और कचरे की बाढ़ है। पानी की एहमियत करना हमारा ही कर्तव्य है। धीरे-धीरे मानव इस एहमियत को भूलता जा रहा है। पर भविष्य जब इतिहास पढ़ेगा तो शायद ही उस भविष्य के पास आपके किए गए प्रयासों के सबूत नहीं होंगे। बढ़ते समय के साथ जल प्रदुषण भी काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। जल की एहमियत को देखते हुए हर साल 8 जून को वर्ल्ड ओसियन डे मनाया जाता है। चलिए इस दिवस से जुडी जानकारी के बारे में जानते हैं.........