ध्वज किसी भी धर्म संस्था का प्रतीक होता है। घर की छत पर लगाने वाले ध्वज रणभूमि में रथ पर लगाने वाले ध्वज दोनों में कुछ फर्क होता है। रणभूमि में अवसर के अनुकूल 8 प्रकार के ध्वजों का प्रयोग होता था। ये ध्वज निम्न प्रकार के होते थे- जय, विजय, भीम, चपल, वैजयन्तिक, दीर्घ, विशाल और लोल। ये सभी ध्वज संकेत के सहारे सूचना देने वाले होते थे। विशाल ध्वजाएं क्रांतिकारी युद्ध का तथा लोल ध्वजाएं भयंकर मार-काट का सूचक था। महाभारत में प्रत्येक योद्धा का अपना अलग ध्वज होता था।
4. क्या होगा- इससे यश, कीर्ति और विजय मिलती है। ध्वजा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है।