प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के लोगों को गुमराह कर रहे हैं : कांग्रेस

सोमवार, 27 नवंबर 2017 (20:49 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू द्वारा गुजरात के लिए कुछ भी नहीं करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दावे को पूरी तरह से गलत और गुमराह करने वाल करार देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि इससे उनकी 'अस्वस्थ मानसिकता' पता चलती है।
 
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के बढ़ते जनसमर्थन को देखकर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी बौखलाए हुए हैं इसलिए वे मतदाताओं को गुमराह करने के लिए गलत बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री के बारे में कहा कि उन्होंने गुजरात के लिए कुछ नहीं किया। हम इसकी निंदा करते हैं। प्रधानमंत्री अस्वस्थ मानसिकता के शिकार हैं, जो देश के लिए चिंता का विषय है।
 
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा को लगता है कि उनके उदय से पहले न तो गुजरात में और न ही देश में कुछ हुआ। नेहरूजी एवं कांग्रेस के शासनकाल में ही अमूल, अहमदाबाद में भारतीय प्रबंधन संस्थान, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद, गांधीनगर में आईआईटी, राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान, गांधीनगर में केंद्रीय विश्वविद्यालय आदि की स्थापना की गई। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के शासनकाल में केवल धोलेरा का हवाई अड्डा बना जिसका रनवे भी ठीक से काम नहीं करता।
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री होकर भी वे इतनी गलत बात कह रहे हैं? वे गुजरात के मतदाताओं को क्या संकेत दे रहे हैं? वे गलतबयानी न करें। इससे उनका मजाक उड़ेगा। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने क्या काम किया, यह गुजरात के मतदाता और देश की जनता तय करेगी। वे अपने आपको स्वयं प्रमाणपत्र न दें कि उनकी सरकार ईमानदार है।
 
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार दागी लोगों से भरी हुई है। उनकी सरकार बड़े घोटालों पर पर्दा डाल रही है। उनकी सरकार जवाबदेही से भाग रही है। इसीलिए प्रधानमंत्री न कभी संसद में चर्चा में भाग लेते हैं और न ही किसी प्रश्न का जवाब देते हैं। गुजरात की जनता तक सच्चाई न पहुंचे इसलिए उन्होंने नवंबर में संसद का शीतकालीन सत्र नहीं होने दिया।
 
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहे लोगों के बारे में किए गए कटाक्षों का जवाब देते हुए कहा कि इस पार्टी के अध्यक्ष महात्मा गांधी, सुभाषचन्द्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, गोपालकृष्ण गोखले, महामना मदनमोहन मालवीय जैसे महापुरुष रह चुके हैं। कांग्रेस में वंशवाद होने के भाजपा के आरोप को भी नकारते हुए उन्होंने कहा कि गांधी-नेहरू परिवार का अंतिम सदस्य जो प्रधानमंत्री बना, वे राजीव गांधी थे, जो 1984 में इस पद पर आए थे।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग की 10 साल तक केंद्र में सरकार रही। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पार्टी उपाध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी से कई बार सरकार में आने को कहा लेकिन वे कभी सरकार में शामिल नहीं हुए। प्रधानमंत्री एवं भाजपा को कांग्रेस की चिंता करनी छोड़ देनी चाहिए।
 
राफेल सौदे के बारे में शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपने आपसे विमान खरीदने तथा संप्रग शासनकाल के भारत सरकार एवं फ्रांसीसी सरकार के बीच हुए समझौते को रद्द करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने इस सौदे में घोटाले का आरोप लगाया, क्योंकि इसमें सार्वजनिक उपक्रम एचएएल की अनेदखी की गई तथा एक ऐसे निजी प्रतिष्ठान को लाया गया जिसे रक्षा क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं है।
 
इससे पूर्व सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में चुनाव प्रचार करते हुए कांग्रेस पर वंशवादी राजनीति को लेकर हमला बोला और आरोप लगाया कि पार्टी ने राज्य के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कच्छ क्षेत्र में एक सभा में कहा कि एक तरफ विकास एवं विश्वास है तो दूसरी ओर वंशवाद है। गुजरात कांग्रेस पार्टी को कभी माफ नहीं करेगा, क्योंकि यह लंबे समय तक हुआ। कांग्रेस ने कभी गुजरात को पसंद नहीं किया और उसने यह हमेशा पसंद किया कि यह पिछड़ा रहे। (भाषा)

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