एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 182 नए विधायकों में से 47 यानी 26% ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी सार्वजनिक की है। वर्ष 2012 के चुनाव में यह आंकड़ा 57 यानी 31% था। इनमें से 33 ने अपने खिलाफ संगीन आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है, जबकि 2012 में यह संख्या 24 थी।
पार्टी आधार पर भाजपा के 99 विधायकों में से 18, कांग्रेस के 77 में से 25, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो में से एक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक और तीन निर्दलीयों में से दो पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें भी भाजपा के 12, कांग्रेस के 17, भारतीय ट्राइबल पार्टी के एक और दो निर्दलीय विधायकों पर संगीन अपराध के मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इन नए विधायकों में से 141 यानी 77% करोड़पति हैं। वर्ष 2012 के चुनावों में यह संख्या 134 यानी 74% थी। पार्टी आधार पर भाजपा के 84, कांग्रेस के 54, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपए से ऊपर दर्शाई है। (भाषा)