प्रसाद ने कहा कि '26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत आई थीं। उस समय के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह ने उन्हें भोज दिया था। इसमें राहुल भी मौजूद थे। उनकी बगल में अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर बैठे थे और दोनों ने कई विषयों पर बात की थी। उन्होंने राहुल को पूछा था कि लश्कर ए तैयबा के बारे में उनका क्या कहना है। राहुल ने कहा कि यह तो है पर भारत का हिन्दू आतंकवाद इससे ज्यादा खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि राहुल ने मोदी को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने वाला व्यक्ति बताया जो एक शर्मनाक बात है। प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के गुजरात में मंदिरों के ताबड़तोड़ दौरों पर भी चुटकी ली। उन्हें जुलाई 2009 में मिस्र के शर्म अल शेख में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष युसूफ रजा गिलानी के संयुक्त वक्तव्य की भी याद दिलाई जिसमें बलूचिस्तान में भारत के पक्ष को नुकसान पहुंचाने वाली बात का जिक्र था। (वार्ता)