राहुल गांधी ने किया जेटली के फैसले का स्वागत, लेकिन

शनिवार, 11 नवंबर 2017 (14:38 IST)
प्रांतीज/चिलोडा (गुजरात)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी जीएसटी में अधिकतम दर को मौजूदा 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत किए जाने तक अपना विरोध जारी रखेगी।
 
गांधी ने आज से गुजरात में अपनी तीन दिवसीय चुनावी दौरे की शुरुआत पर गांधीनगर जिले के चिलोड़ा और पड़ोसी साबरकांठा जिले के प्रांतीज में दो सभाओं में कहा कि गुजरात की जनता और छोटे व्यवसायियों के साथ हमने सरकार पर जीएसटी को लेकर दबाव बनाया था।
 
उन्होंने कहा कि हमने पहले भी नरेन्द्र मोदी से कहा था कि जीएसटी केवल एक टैक्स और अधिकतम 18 प्रतिशत की सीमा में होना चाहिए। अब मै बहुत खुशी से कहना चाहता हूं कि अरुण जेटली ने बहुत सी चीजें 28 से 18 प्रतिशत के ब्रैकेट मे डाल दिया है। पर हम यहां नहीं रुकेंगे। कांग्रेस और दबाव डालेगी। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक सरकार पांच टैक्स को एक टैक्स में नहीं बदलेगी। अगर यह काम मोदी सरकार नहीं करेगी तो जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हम यह बदलाव करेंगे।
 
गांधी ने कहा कि इससे पहले नोटबंदी के सरकार के गलत निर्णय से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं। जीएसटी के नए स्वरूप जिसे मैं गब्बरसिंह टैक्स कहता हूं, से भी लोगों को बहुत परेशानी हुई है। 
 
उन्होंने पूरी दुनिया में घटते पेट्रोल डीजल के दाम के बावजूद भारत में बढ़ती कीमतों पर सवाल खड़े करते हुए इन्हें भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग दोहराई।
 
गांधी ने मोदी सरकार पर रोजगार सृजन तथा भ्रष्टाचार और महंगाई रोकने के सभी मुद्दों पर विफल रही है। गांधी ने मोदी और भाजपा सरकार पर आम लोगों की बजाय उद्योगपतियों की मदद करने तथा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों का अंधाधुंध निजीकरण करने जैसे अपने आरोप दोहराए। उन्होंने गुजरात और कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश के बीच के तुलनात्मक आंकड़े पेश कर गुजरात की तुलना में वहां बेहतर विकास होने का भी दावा किया। (वार्ता)

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