Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar News: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का यह खुलासा राजनीतिक विवाद को जन्म दे सकता है कि पुणे स्थित हिंजेवाडी आईटी पार्क बेंगलुरु और हैदराबाद स्थानांतरित हो रहा है। पिंपरी चिंचवड़ में नागरिक कार्यों का निरीक्षण करते समय का पवार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। हिंजेवाड़ी आईटी पार्क करीब 2800 एकड़ भूमि में फैला हुआ है।
पुणे जिले के संरक्षक मंत्री पवार ने स्थानीय सरपंच गणेश जांभुलकर से बातचीत करते हुए कहा कि हम बर्बाद हो गए। हिंजेवाड़ी पूरा आईटी पार्क बाहर जा रहा है। यह मेरे पुणे से, महाराष्ट्र से बाहर बेंगलुरु, हैदराबाद जा रहा है, क्या आपको इसकी जरा भी परवाह नहीं है? पवार सुबह छह बजे हिंजेवाडी पहुंचे और जलभराव व अन्य स्थानीय समस्याओं का जायजा लिया। उन्होंने पिंपरी-चिंचवड़ के कई इलाकों का दौरा किया।
जब बांध बनते हैं तो मंदिर हटते हैं : पवार जब क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे थे तब जांभुलकर ने उनसे मीडिया की मौजूदगी में स्थानीय मुद्दों के बारे में शिकायत की। पवार ने मीडियाकर्मियों से कैमरों को बंद करने का आग्रह करते हुए कहा कि जब बांध बनते हैं तो मंदिर हटते हैं। आप जो चाहें कह सकते हैं, मैं सुनूंगा, लेकिन मैं वही करूंगा जो मैं करना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि हम बर्बाद हो गए हैं। हिंजेवाड़ी का पूरा आईटी पार्क बाहर जा रहा है। यह मेरे पुणे और महाराष्ट्र से बाहर बेंगलुरु और हैदराबाद जा रहा है, क्या आपको इसकी जरा भी परवाह नहीं है? मैं सुबह छह बजे यहां निरीक्षण के लिए क्यों आता हूं? मुझे समझ नहीं आता। सख्त कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
कितना बड़ा है हिंजेवाड़ी आईटी पार्क : हिंजेवाड़ी आईटी पार्क पुणे में स्थित एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और व्यापार पार्क है। इसे राजीव गांधी इन्फोटेक पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम द्वारा निर्मित एवं 2800 एकड़ में फैला एक विशाल प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक पार्क है। इस व्यावसायिक पार्क में 800 से अधिक कंपनियों के कार्यालय हैं। यह मुख्य रूप से तीन चरणों (फेज वन, फेज टू और फेज थ्री) में विभाजित है। इसमें भविष्य में विस्तार की भी योजनाएं हैं।
यहां मौजूद प्रमुख कंपनियां : यहां मौजूद कंपनियों में प्रमुख रूप से इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस, एक्सेंचर, कॉग्निजेंट, आईबीएम, कैपजेमिनी, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, टेक महिंद्रा, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज, एल एंड टी टेक्नोलॉजी सर्विसेस, केपीआईटी टेक्नोलॉजीज आदि हैं। यह पार्क न केवल आईटी/आईटीईएस कंपनियों को होस्ट करता है, बल्कि इसमें विनिर्माण, फार्मास्यूटिकल और अनुसंधान एवं विकास हब भी शामिल हैं।
हिंजेवाड़ी को एक मिनी-टाउनशिप के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें कर्मचारियों के लिए बेहतर काम-जीवन संतुलन सुनिश्चित करने के लिए आवासीय सोसाइटियों, शैक्षिक केंद्रों, शॉपिंग सेंटर और अन्य प्रशासनिक बुनियादी ढांचे के लिए भूखंड शामिल हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया)