मुंबई। गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान अपने भाषण में गैस सिलेंडर, बंगालियों और मछली से संबंधित बयान के लिए अभिनेता परेश रावल ने शुक्रवार को माफी मांगते हुए कहा कि वे अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं का संदर्भ दे रहे थे। सोशल मीडिया पर बंगाली समुदाय और कुछ अन्य लोगों द्वारा इसे लेकर तीखी आलोचना किए जाने के बाद अभिनेता की तरफ से यह माफी मांगी गई है।
पूर्व भाजपा सांसद व अभिनेता ने ट्विटर पर लिखा कि स्वाभाविक रूप से मछली मुद्दा नहीं है, क्योंकि गुजराती मछली पकाते भी हैं और खाते भी हैं। लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि बंगाली से मेरा आशय अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या से था। लेकिन इसके बावजूद अगर मैंने आपकी भावनाओं व संवेदनाओं को आहत किया हो तो मैं माफी मांगता हूं।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा इस माफी से बहुत प्रभावित होती नहीं दिखीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि 'असल में केम छो हंसी-मजाक करने वाले व्यक्ति को माफी मांगने की आवश्यकता नहीं है। बंगालियों की तरह मछली पकाने का दूसरा हिस्सा है, 'बंगालियों की तरह दिमाग रखना'। किसी भी दूसरे भारतीय राज्य के मुकाबले कहीं अधिक नोबेल पुरस्कार विजेता, मित्र...।'
रावल ने बीते मंगलवार को वलसाड जिले में भाजपा की एक रैली में गैस सिलेंडर के दामों का भावनात्मक चुनावी मुद्दा उठाया था। रावल ने कहा कि गैस सिलेंडर महंगे हैं, लेकिन इनकी कीमत में कमी आएगी। लोगों को रोजगार भी मिलेगा। लेकिन क्या होगा अगर रोहिंग्या प्रवासी और बांग्लादेशी दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगें? गैस सिलेंडर का क्या करोगे? बंगालियों के लिए मछली पकाओगे?