गुरु पूर्णिमा पर विद्यार्थियों को जरूर करना चाहिए ये 5 काम, खुल जाएंगे सफलता और उन्नति के द्वार

WD Feature Desk

बुधवार, 9 जुलाई 2025 (13:15 IST)
Guru Purnima remedies : गुरु पूर्णिमा, भारतीय संस्कृति का एक ऐसा पावन पर्व है जो गुरु और शिष्य के पवित्र रिश्ते को समर्पित है। यह दिन महर्षि वेद व्यास के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने वेदों का संकलन किया और ज्ञान की गंगा बहाई। विद्यार्थियों के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि गुरु ही वह दीपक हैं जो अज्ञान के अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं और सफलता का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस गुरु पूर्णिमा पर, यदि विद्यार्थी कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें और उन्हें अपने जीवन में उतारें, तो निश्चित रूप से उनके लिए सफलता के नए द्वार खुल सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 5 महत्वपूर्ण कार्य जो हर विद्यार्थी को करने चाहिए:
1. गुरुजनों के प्रति आभार व्यक्त करें: गुरु पूर्णिमा का सबसे पहला और महत्वपूर्ण कार्य है अपने गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना। चाहे वे आपके स्कूल, कॉलेज के शिक्षक हों, आपके माता-पिता हों, या कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसने आपको जीवन में कुछ सिखाया हो, उनका सम्मान करें और उन्हें धन्यवाद दें। एक छोटा सा धन्यवाद, एक विनम्र प्रणाम या उनके प्रति सच्ची श्रद्धा आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी और उनके आशीर्वाद से आपके रास्ते आसान होंगे। यह न केवल आपके शिक्षकों को प्रेरित करेगा बल्कि आपको विनम्रता का पाठ भी पढ़ाएगा।

2. ज्ञान का सम्मान करें और उसे आत्मसात करें: गुरु ज्ञान का प्रतीक हैं और ज्ञान ही सफलता की कुंजी है। इस दिन संकल्प लें कि आप अपने ज्ञान का कभी अनादर नहीं करेंगे। किताबों, नोट्स और सीखने के हर अवसर का सम्मान करें। जो कुछ भी आप सीखते हैं, उसे केवल परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि जीवन में उतारने के लिए आत्मसात करें। ज्ञान को रटने की बजाय समझने पर जोर दें। जब आप ज्ञान का सम्मान करते हैं, तो ज्ञान भी आपको सम्मान दिलाता है और आपकी बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।

3. अपने लक्ष्यों का निर्धारण करें और संकल्प लें: गुरु पूर्णिमा का दिन अपने भविष्य के लक्ष्यों को निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने का संकल्प लेने के लिए अत्यंत शुभ है। अपनी पढ़ाई, करियर और व्यक्तिगत विकास से जुड़े स्पष्ट लक्ष्य तय करें। एक डायरी में अपने लक्ष्यों को लिखें और उन्हें प्राप्त करने के लिए एक कार्ययोजना (प्लान) बनाएं। यह संकल्प आपको एकाग्रता और दिशा देगा। गुरु पूर्णिमा पर लिया गया संकल्प आपको उन लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए अतिरिक्त प्रेरणा देगा, जिससे आपकी सफलता सुनिश्चित होगी।

4. गरीब बच्चों को किताब कापी का वितरण: हमारे समाज में आज भी ऐसे कई बच्चे हैं, जो गरीबी और अभाव के कारण शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। उनके पास स्कूल जाने की इच्छा तो होती है, लेकिन कॉपी, किताबों और पेंसिल जैसी बुनियादी चीज़ों की कमी उनके सपनों पर भारी पड़ जाती है। कहते हैं ज्ञान का दान महादान होता है।ऐसे में, गुरु पूर्णिमा के विशेष दिन जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा संबंधी सामग्री जैसे कॉपी, किताबें, स्टेशनरी आदि वितरित करने का विशेष महत्व है।

5. सेवा भाव और विनम्रता अपनाएं: गुरु पूर्णिमा का पर्व हमें विनम्रता और सेवा भाव का महत्व भी सिखाता है। अपने सहपाठियों की मदद करें, समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें और हमेशा विनम्र रहें। अहंकार ज्ञान का सबसे बड़ा शत्रु है। एक विनम्र विद्यार्थी ही सच्चा ज्ञान प्राप्त कर सकता है। सेवा भाव आपको दूसरों के प्रति सहानुभूति सिखाएगा और आपके व्यक्तित्व को निखारेगा। जब आप दूसरों की मदद करते हैं, तो ब्रह्मांड भी आपकी मदद करता है और सफलता के रास्ते अपने आप खुलते चले जाते हैं।

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गुरु पूर्णिमा केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि आत्म-चिंतन और आत्म-सुधार का अवसर है। इन 5 कार्यों को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर, विद्यार्थी न केवल शैक्षणिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि एक बेहतर इंसान भी बन सकते हैं, जो जीवन के हर मोड़ पर चुनौतियों का सामना करने और सफलता के नए आयाम छूने में सक्षम होगा।


 

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