उत्तररांचल प्रदेश में हरिद्वार नगरी को भगवान श्रीहरि (बद्रीनाथ) का द्वार माना जाता है, जो गंगा के तट पर स्थित है। इसे गंगा द्वार और पुराणों में इसे मायापुरी क्षेत्र कहा जाता है। यह भारतवर्ष के सात पवित्र स्थानों में से एक है। हरिद्वार में हर की पौड़ी को ब्रह्मकुंड कहा जाता है। इसी विश्वप्रसिद्ध घाट पर कुंभ का मेला लगता है। आओ जानते हैं हरिद्वार के खास दर्शननीय स्थलों में से एक स्वामी विवेकानंद पार्क की संक्षिप्त जानकारी।
2. इस पार्क में हरी घासों के लंबे लॉन व फूलों की बिछी चादर से लोगों को आकर्षित करता है।
3. इस पार्क में जहां स्वामी विवेकानंद की भव्य मूर्ति स्थापित है वहीं भगवान शिव की प्रतिमा भी है जो दूर से ही दिखाई देती है।
4. यात्री यहां पिकनिक आदि मनाने के लिए भी आते हैं।
5. स्वामी विवेकानंद ने उत्तराखंड की कई बार यात्रा की थी। देहरादून के साथ ही वे हरिद्वार भी आए थे और यहीं उन्होंने भ्रमण किया था।
6. यह पार्क सुबह 7 से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
7. हर की पौड़ी पर स्नान करने के बाद आप यहां जाकर अपने साथ लाया भोजन कर सकते हैं या थोड़ी देर विश्राम कर सकते हैं।