अनुसंधानों द्वारा पता चला है कि बालों के स्वास्थ्य व सुन्दरता के लिए प्रोटीन, विटामिन ए, बी, सी, डी, ई, बी कॉम्प्लेक्स, आयोडीन, फास्फोरस, कॉपर, सिलिकॉन, आयरन, मेग्निशियम, पोटेशियम आदि तत्वों की आवश्यकता होती है।
विटामिन ए : बालों की सुंदरता के लिए विटामिन ए प्रमुख तत्व है, जो इन्हें लंबा, घना व मुलायम बनाए रखता है। विटामिन ए की कमी का प्रभाव सबसे पहले बालों पर ही पड़ता है, वे बेजान दिखाई देते हैं। शरीर में विटामिन ए की 1000 से 4000 यूनिट की जरूरत होती है।
बी कॉम्प्लेक्स : शरीर में बी कॉम्प्लेक्स के अभाव में बाल असमय सफेद होने लगते हैं और कमजोर होकर गिरने लगते हैं। शरीर में बी कॉम्प्लेक्स की पूर्ति हो जाने पर बाल पुनः काले व मजबूत होने लगते हैं। बी कॉम्प्लेक्स में पाया जाने वाला पैंटोथैनिक एसिड सफेद बालों को काला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पैरा एमिनो बैंजाइक एसिड तथा फोलिक एसिड भी बालों को काला काने में सहायक होते हैं।
विटामिन सी : शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाने से बालों में रूखापन आ जाता है। सिर की त्वचा पर सूखी पपड़ी जम जाती है, जिससे बालों की जड़ें कमजोर होती हैं और बाल गिरने लगते हैं।
विटामिन डी : शरीर में विटामिन डी बालों को मोटा, लंबा व स्वस्थ बनाए रखता है।
विटामिन ई : यह विटामिन शरीर के सेक्स हारमोन एंड्रोजन को उत्प्रेरित करता है, जो बालों को सुंदर, घना, चमकदार बनाने में सहायता करता है।
स्वस्थ बालों हेतु ये आहार लें
* आहार में हरी सब्जी, सलाद, अंकुरित अनाज, दूध, दूध के बने पदार्थ, ताजे फल, सूखा मेवा, मछली, दालें, अंडे, चावल, चोकरयुक्त आटे की रोटी, खोपरा आदि का भरपूर सेवन करें। प्रतिदिन 6-7 लीटर पानी पिएं व कब्ज न रहने दें।
* जिन विटामिनों की कमी से गंजापन आता है, उनमें विटामिन 'बी' ग्रुप के आइनोसिटॉल और 'पीएबीए' शामिल हैं, ये विटामिन रोमकूपों की रक्षा करते हैं। 'पीएबीए' न केवल रोमकूपों की रक्षा करता है, बल्कि बालों को अपना कुदरती रंग बनाए रखने में भी मदद करता है।
* समय से पहले बालों का सफेद होना एमीनो एसिड फेनीलालैमाइन की कमी के कारण भी होता है, इसका संबंध बालों के रंग कणों मेलानिन से होता है। बालों का कुदरती रंग बनाए रखने में बॉयोटिन, फॉलिक एसिड और पैण्टोथेनिक एसिड मददगार साबित हो सकते हैं।
* बालों के लिए सभी बी-विटामिन लाभदायक होते हैं। 100 मिग्रा शक्ति वाली विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की 1 गोली दिन में तीन बार बॉयोटिन, पैण्टोथेनिक एसिड, बी-6, नियासिन और आइनोसिटॉल के साथ लेने से लाभ हो सकता है। विटामिन बी-6 की कमी से बाल गिरते हैं। नियासिन रक्त संचार को बढ़ाता है। पैण्टोथेनिक एसिड एड्रिनल ग्रंथि के काम में मदद करता है, जिससे तनाव कम होता है।
* लौह तत्व या आयरन की कमी से भी बाल गिरते हैं, लेकिन इसकी कमी की पुष्टि होने पर ही आयरन की गोलियों का सेवन करें। आयरन की मान्य खुराक 15 मिग्रा है।
* विटामिन सी (3.8 ग्राम. रोज) से सिर में रक्त-संचार बढ़ता है। दिन भर में 90 मिग्रा 'डीएमजी' और 'को एंजाइम क्यू' 10 (60 मिग्रा) दिन में तीन बार लेने से भी लाभ हो सकता है। विटामिन-ई (400-1200 आई.यू. प्रतिदिन) से भी बालों के उगने में तेजी आती है। विटामिन-ए का जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन गंजापन लाता है।
* सभी प्रकार के एमिनो एसिड स्वस्थ बालों के लिए जरूरी होते हैं। नाखूनों की तरह बाल में भी 95-98 प्रतिशत प्रोटीन होते हैं। सल्फर (गंधक) युक्त एमिनो एसिड, सिस्टीन और मेथियोनिन विशेष रूप से उपयोगी होते हैं। एमिनो एसिडों से बाल मजबूत होते हैं। सस्टीन से लीवर को बेहतर ढंग से काम करने में मदद मिलती है। 500 मिग्रा की मात्रा में सस्टीन दिन में दो बार लें। मेथियोनिन (500 मिग्रा) दिन में दो बार) लेने से बालों का गिरना थम जाता है।
* अलसी के तेल में मौजूद 'ईएफए' और इवनिंग प्रिमरोज तेल बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। एक या दो चम्मच अलसी का तेल 50 मिग्रा विटामिन बी-6 के साथ या 500 मिग्रा की मात्रा में इविनिंग प्रिमरोज ऑयल कैप्सूल का इस्तेमाल प्रतिदिन करना ज्यादा लाभदायक होता है।
* चॉकलेट, मिठाई, चिप्स, नमकीन, आइसक्रीम, चटनी, पापड़, अचार, मुरब्बा, कोल्ड ड्रिंक, शराब, तम्बाकू, अन्य नशीले पदार्थ, अधिक तले-भुने पदार्थ व बासी भोजन आदि का सेवन न करें ।
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अन्य जानकारी
1. अगर थायरॉइड ग्रंथि ठीक तरह से काम नहीं कर रही होती है तो बालों का झड़ना निश्चित होता है। थायरॉइड अच्छी तरह काम करे, इसके लिए आयोडीन और इलेक्ट्रोलाइट्स जरूरी है। समुद्री शैवाल और डल्स (लाल रंग की समुद्री घास) प्राकृतिक आयोडीन के बढ़िया स्रोत हैं। सभी प्रकार की समुद्री सब्जियाँ इलेक्ट्रोलाइट्स को ठीक रखने वाले खनिजों के भंडार हैं।
2. थायरॉइड की गडबड़ी में विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स बेहद उपयोगी होता है। थायरॉइड की गड़बड़ी से पीड़ित व्यक्ति को फ्लोराइड और क्लोरीन से परहेज रखना चाहिए, क्योंकि इनसे थायरॉइड में आयोडीन का 'रिसेप्टर' बंद हो जाता है।
3. बालों के लिए सोयाबीन, फूलगोभी, मूंगफली, पत्ता गोभी, जलकुंभी और शलजम आदि पदार्थों का उचित मात्रा में लगातार सेवन करना जरूरी है। इन सभी में गॉइट्रोजेन नामक रासायनिक पदार्थ पाया जाता है, जो थायरॉइड ग्रंथि द्वारा आयोडीन के अवशोषण को रोकता है।
4. बालों के उगने और बढ़ने की गति को तेज करने की एक नई विधि आजकल चर्चा में है। इसमें त्वचा और रोमकूपों को बिजली द्वारा उत्तेजित किया जाता है।
5. कनाडा में किए गए एक अध्ययन में 30 पुरुषों को 'हेयर-ड्रायर' की तरह के एक उपकरण से कम शक्ति में विद्युत उत्तेजना दी गई। यह इलाज 12 मिनट तक हफ्ते में दो बार दिया गया। इस इलाज से 30 में से 29 व्यक्तियों के सिर में या तो नए बाल उग आए या बालों का गिरना थम गया। उनमें से 96.7 प्रतिशत लोगों के सिर में स्थायी रूप से नए बाल उग आए थे। इस इलाज से रोमकूपों को अवरुद्ध करने वाले सख्त टिश्यूज ढीले हो जाते हैं।