1 चुटकी नमक बन रहा मौत का कारण, उम्र कम होने के साथ बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा

WD Feature Desk

बुधवार, 16 जुलाई 2025 (17:49 IST)
Health Effects of Salt: नमक, हमारे भोजन का एक अनिवार्य हिस्सा, स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की उचित कार्यप्रणाली के लिए भी आवश्यक है। सोडियम, जो नमक का एक प्रमुख घटक है, तंत्रिका कार्यों, मांसपेशियों के संकुचन और शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, 'अति हर चीज की बुरी होती है' की कहावत नमक पर भी पूरी तरह लागू होती है। अत्यधिक नमक का सेवन धीरे-धीरे हमारे स्वास्थ्य को खोखला कर सकता है और कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जिनसे हर साल लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है।

अत्यधिक नमक का सेवन और उससे जुड़े खतरे
जब हम अपनी दैनिक आवश्यकता से अधिक नमक का सेवन करते हैं, तो शरीर में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। इससे शरीर में पानी जमा होने लगता है, जिससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है। यह स्थिति कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है:
1. हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप): यह अत्यधिक नमक के सेवन का सबसे सीधा और प्रमुख परिणाम है। बढ़ा हुआ रक्तचाप धमनियों को नुकसान पहुंचाता है और हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है।

2. हृदय रोग (Heart Disease): हाई ब्लड प्रेशर के कारण हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हृदय की मांसपेशियां मोटी हो सकती हैं और समय के साथ कमजोर पड़ सकती हैं। यह हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक जैसे गंभीर हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है।

3. स्ट्रोक (Stroke): उच्च रक्तचाप मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं को कमजोर कर सकता है या उन्हें अवरुद्ध कर सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

4. किडनी स्टोन और किडनी रोग: अत्यधिक नमक का सेवन गुर्दे पर अतिरिक्त भार डालता है, क्योंकि उन्हें शरीर से अतिरिक्त सोडियम को फ़िल्टर करने के लिए अधिक काम करना पड़ता है। यह किडनी स्टोन के गठन को बढ़ावा दे सकता है और लंबे समय में किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।

5. ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis): कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि अधिक नमक का सेवन शरीर से कैल्शियम के उत्सर्जन को बढ़ा सकता है, जिससे हड्डियों का घनत्व कम हो सकता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।

नमक और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज
नमक और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के संबंध में एक नई स्टडी सामने आई है, जिसने नमक की मात्रा कम करने के महत्व को और पुख्ता किया है। इस स्टडी में पता चला है कि रोजाना 1 ग्राम नमक का सेवन कम करने से हार्ट डिजीज का खतरा 4% और स्ट्रोक का जोखिम 6% तक कम हो सकता है। यह एक छोटा सा बदलाव है, लेकिन इसके परिणाम वैश्विक स्तर पर लाखों लोगों की जान बचा सकते हैं।

कितना नमक है सुरक्षित?
जानकारों के मुताबिक, 14 साल या इससे अधिक उम्र के लोगों को प्रतिदिन 2300 मिलीग्राम (mg) नमक का सेवन करना चाहिए। यह लगभग एक चम्मच नमक के बराबर है। इससे ज्यादा मात्रा बीमारियों की वजह बन सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी वयस्कों के लिए प्रतिदिन 5 ग्राम (2000 mg सोडियम) से कम नमक के सेवन की सलाह देता है।

नमक हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन 'मीठा ज़हर' साबित हो सकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों की सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए और अपने आहार में नमक की मात्रा को नियंत्रित करना चाहिए। एक चुटकी कम नमक का सेवन करके हम न केवल अपने जीवन की उम्र बढ़ा सकते हैं, बल्कि किडनी स्टोन, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज जैसी जानलेवा बीमारियों के खतरे को भी काफी हद तक कम कर सकते हैं। स्वस्थ जीवन के लिए आज ही अपने नमक के सेवन पर ध्यान दें!
ALSO READ: क्या हमेशा मल्टी ग्रेन आटे की रोटी खाना है सेहतमंद, जान लें ये जरूरी बात

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी