विटामिन और मिनरल्स आपके शरीर, सेहत और त्वचा के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व हैं जो आपके सौंदर्य को भी बरकरार रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन शरीर में इनकी कमी होने पर इसका असर आपकी त्वचा पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। अगर आपको यह 5 त्वचा समस्याएं हैं, तो जानिए आपको कौन से विटामिन की जरूरत है और कैसे करें उनकी पूर्ति -
1 फटे होंठ - पर्याप्त पानी पीने के बावजूद भी अगर आपके होंठ सूखे और फटे रहते हैं, तो आपके शरीर में आयरन, जिंक, विटामिन बी2, बी3, बी12 की कमी हो सकती है। इनकी पूर्ति के लिए डाइट पर विशेष ध्यान देना होगा। क्या खाएं - मूंगफली, पालक, दालें, फलियां, विटामिन सी से भरपूर चीजें, अंडा, पोट्री मीट, टूना, सालमन, शैलफिश आदि।
2 चेहरे पर लालिमा और बालों का झड़ना - अगर आपके शरीर को विटामिन बी7 पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है, तो आपको बालों से जुड़ी समस्या होने के साथ ही चेहरे पर लाल निशान उभर सकते हैं।
क्या खाएं - ताजा अंडे के बजाए उबले हुए अंडे का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें एवोकेडो, या सोयाबीन, अखरोट, सालमन, मशरूम, फूलगोभी और केला।
3 त्वचा पर लाल-सफेद दाग - खास तौर से चेहरे, बांह, जांघ या पीठ पर मुंहासों की तरह लाल और सफेद दाग होना, आधारभूत फैटी एसिड के अलावा विटामिन ए और विटामिन ई की कमी को दर्शाता है।
क्या खाएं - संतृप्त वसायुक्त और ट्रांस फैट युक्त चीजों से दूर रहें और प्राकृतिक व हेल्दी फैट पर ध्यान दें। मूंगफली, बादाम, अखरोट, अलसी, पटसन, और विटामिन ए युक्त चीजों के साथ ही हरी सब्जियां, गाजर, लाल मिर्च, शकरकंद का भरपूर प्रयोग करें। साथ ही विटामिन डी के लिए 10 मिनट धूप जरूर लें।
4 अकड़न और सिरहरन - यदि आप हाथ, पैर या शरीर के किसी भी भाग में अकड़न, संवेदनाशून्य और सिहरन या कंपन महसूस करते हैं, तो यह विटामिन बी, बी6, बी12 और बी9 यानि फॉलिक एसिड की कमी के कारण हो सकता है। इनकी कमी से एनीमिया, डिप्रेशन, हार्मोन असंतुलन, मांसपेशियों की अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
क्या खाएं - चुकंदर, फलियां, पत्तेदार सब्जियां, शतावरी, अंडा, शैलफिश, चिकन आदि का प्रयोग करना इसके लिए लाभदायक होगा।
5 ऐंठन और दर्द - खास तौर से अंगुलियों, कलाई और पैर के पंजे और पीठ में लंबे समय तक ऐंठन और दर्द महसूस होना- कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम की कमी के लक्षण हो सकते हैं।
क्या खाएं - बादाम, केला, चेरी, सेब, अंगूर, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक प्रयोग करना इन समस्याओं में लाभदायक हो सकता है।