दिवाली के त्योहार के नजदीक आते ही हम सब तमाम तरह की तैयारियों में लग जाते हैं जिसमें साफ-सफाई हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। लेकिन कोरोना काल में दिवाली की सफाई हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। ऐसा क्यों? आइए जानते हैं।
दरअसल, दिवाली के समय हम सामानों पर जमी सालभर की डस्ट को साफ करते हैं, यानी अपने घर की कोने-कोने की सफाई करते है, लेकिन यह धूल कोरोना में फैलाव करने का एक कारण है। जब हम डस्क को साफ करते हैं, , तो ये हमारे फेफड़ों में पहुंचकर इन्फेक्शन की शुरुआत करती है। फिर यह डस्ट और फंगस आपके फेफड़ों में धीरे-धीरे सेप्सिस यानी वायरस के लिए खाने-पीने और इसे बढ़ाने के लिए सामग्री बनाती है यानी कि वायरस को और बढ़ाने का काम करता है।
इसकी चपेट में वे लोग बहुत जल्दी आते हैं जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है या जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, जैसे हृदयरोग, अस्थमा, एलर्जी या सांस लेने में समस्या है तो उनके लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। आप पर बीमारी तब ज्यादा हावी होती है, जब आपका शरीर अंदर से कमजोर होता है, यानी आपकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
दिवाली के सीजन के दौरान वातावरण गर्मी और उमस से ठंडी की तरफ जाता है यानी मौसम बदलता है। इस बात से हम सभी वाकिफ हैं कि मौसम के बदलने के साथ ही हम स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से भी घिरते हैं। ऐसे में सीजन चेंज होने के कारण और दिवाली की सफाई करने के दौरान शरीर में थकान के कारण हमारा इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है। ऐसे में कोरोनावायरस हम पर हावी हो सकता है।
इसलिए यह दिवाली कोरोना काल की दिवाली है तो आप खुद और अपने परिवार की सेहत का ख्याल रखें। इस साल की दिवाली में डस्ट और धूल के संपर्क में आने से बचें। सफाई करें लेकिन उन चीजों की जिनका आप रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि उनमें इतनी धूल नहीं होती है। वहीं यदि आप पुरानी चीजों को निकालकर साफ करेंगे तो डस्ट के संपर्क में आएंगे, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है। इसलिए कोरोना काल में वक्त सिर्फ समझदारी और जागरूकता के साथ कदम बढ़ाने का है।