आज के समय में हमारी लाइफस्टाइल में काफी बदलाब आ गया है। आज कल घर या ऑफिस में खाना बनाने या गर्म करने के लिए माइक्रोवेव मौजूद रहते हैं। माइक्रोवेव में खाना गर्म करना काफी आसान होता है। आप अपने कांच या प्लास्टिक के टिफिन को माइक्रोवेव में रखकर आसानी से खाना गर्म कर सकते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ चीज़ों माइक्रोवेव में गर्म करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। दरअसल इन चीज़ों को दुबारा माइक्रोवेव में गर्म करने से खाने में बदलाब हो जाता है जिससे आपको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते हैं इन फूड के बारे में...
1. चावल: चावल को माइक्रोवेव में दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए। दुबारा चावल गर्म करने से यह फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकते हैं। दरअसल चावल में बैसिलस सीरियस नामक बैक्टीरिया होता है। दुबारा चावल गर्म करने से इसकी मात्रा बढ़ जाती है। गर्मी बैक्टीरिया को नष्ट जरूर कर देती है लेकिन ये स्पोर्स पैदा कर देती है जो कि एक जहर के सामान है। बैक्टीरिया के कारण आपको दस्त, उल्टी या पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
2. उबले अंडे: उबले हुए अंडे को कभी भी माइक्रोवेव में दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए। माइक्रोवेव में अंडा गर्म करने से उसमे प्रेशर कुकर के सामान गर्मी होती है जिससे अंडा फट भी सकता है। अगर अंडा माइक्रोवेव में नहीं फटता है तो ये आपकी प्लेट या हाथ में फट सकता है। इसलिए इसे माइक्रोवेव में दुबारा गर्म न करें।
3. पत्तेदार साग: पालक या ब्रोकोली जैसी सब्जी को आपको कभी दुबारा माइक्रोवेव में गर्म नहीं करना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार पत्तेदार या हरी सब्जी को माइक्रोवेव में दोबारा गर्म करने से इसमें मौजूद 97% पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसलिए आपको इसे माइक्रोवेव में गर्म नहीं करना चाहिए।
4. कॉफ़ी: कई लोग ऑफिस या घर में कॉफ़ी को माइक्रोवेव में दुबारा गर्म करते हैं। कॉफ़ी को माइक्रोवेव में दुबारा गर्म करना ठीक नहीं है। दुबारा गर्म करने से इसका स्वाद फीका पड़ जाता है और इसकी सुगंध भी कम हो जाती है। एक तरह से देखा जाए तो कॉफ़ी को दुबारा गर्म करने से यह खराब हो जाती है।
5. चिकन: चिकन को माइक्रोवेव में दोबारा गर्म करने से सैल्मोनेला कॉन्टैमिनेश्न का खतरा बढ़ जाता है। चिकन खाने से पहले आपको इसे अच्छे से पकाना चाहिए जिससे उसके सभी बैक्टीरिया खत्म हो जाएं। माइक्रोवेव पूरी तरह से मांस के सभी हिस्सों को नहीं पकाता है इसलिए जीवित बैक्टीरिया जैसे कि सैल्मोनेला के जिंदा रहने की अधिक संभावना होती है।