आम तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं के लिए होमियोपैथिक दवाईयों को सबसे सुरक्षित और प्रभावकारी माना जाता है। हालांकि यह बात सही है कि एलोपैथी की तुलना में होमियोपैथी, बगैर केमिकल का एक प्राकृतिक विकल्प है, लेकिन इसके भी कुछ साइड इफेक्ट। यदि आप भी अनजान हैं इनसे तो जरूर जानिए -
1 होमियाेपैथिक दवाओं का सबसे बड़ा नुकसान यह है, कि किसी आपातकाल स्थिति के समय यह दवाएं आपके किसी काम की नहीं है, क्योंकि यह धीरे-धीरे असर करती हैं। सर्जरी या अन्य स्थियों में, जब मरीज को तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है, तब होमियोपैथी आपकी कोई मदद नहीं कर सकती।
3 इन दवाईयों का एक साइड इफेक्ट यह भी है कि डॉक्टर द्वारा दीगई दवाईयों का सेवन अगर निश्चित समय सीमा से अधिक समय तक किया जाए, तो इसका ओवर डोज लेना आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है। इससे पेट में इंफेक्शन और अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं।
4 होमियोपैथिक दवाईयों हर किसी पर उतनी ही प्रभावकारी साबित हो, यह जरूरी नहीं है। लंबे समय तक इसके सेवन से अगर आप लाभ महसूस नहीं करते, तो समस्या के गंभीर होने से पहले ही डॉक्टर की सलाह जरूर लें।