यह बीमारी युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है। इससे ग्रसित 40 प्रतिशत लोग ऐसे है जो निरंतर कम्प्यूटर पर टाइपिंग का कार्य करते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि जो लोग सप्ताह में 12 घंटे से अधिक लैपटॉप और कंप्यूटर पर कार्य करते हैं वह इससे प्रभावित है। इस बीमारी में कोहनी से लेकर पूरी बाजू में इतनी पीड़ा होती है कि ब्रश करने , कंघी करने से लेकर चाय का कप पकड़ने और ताला खोलने तक में भी कठिनाई होती है।
कलाइयों और कोहनी के व्यायाम और स्ट्रेचिंग करते रहें।
कुछ मुलायम सपोर्ट भी कोहनी या कलाई के लिए लगा सकते हैं।