9 अक्टूबर को है विश्व दृष्टि दिवस, जानिए आंखों के लिए 5 Most Effective Exercises
इस वक्त अधिकतर लोग वर्क फ्रॉम होम हैं। लगातार कम्प्यूटर स्क्रीन व लैपटॉप के सामने बैठने से आंखों में भारीपन और जलन महसूस होने लगती है, साथ ही आंखों में से आंसू निकलना भी। लंबे समय तक कम्प्यूटर स्क्रीन के सामने बैठकर काम करने या फिर ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से इन तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन इन सब समस्याओं से निजात पाने के लिए आंखों को आराम देना बेहद जरूरी है और कुछ सरल व्यायाम की मदद से आंखों की इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
वर्क फ्रॉम होम के दौरान कैसे रखें आंखों की सही देखभाल, आइए जानते हैं...
हमने बात की डॉ. चन्द्रशेखर विश्वकर्मा से, जो फिजियोथैरेपिस्ट एवं योग प्रशिक्षक हैं। तो आइए, जानते हैं एक्सपर्ट एड्वाइस...
1. आंखों पर हथेलियां रखना
स्वैच्छिक रूप से किसी भी सुखासन के आसन पर बैठें। हथेलियों को आपस में इतना रगड़ें कि गर्माहट महसूस होने लगे। अब आंखें बंद करें और हथेलियों को आंखों पर रखें। आंखों में गर्माहट महसूस करें। हथेली के ठंडे होने पर यह क्रिया पुन: करें। इस प्रकार हथेलियों से निकलने वाली शक्ति को महसूस करें। यह विधि 3 बार करें।
2. दाएं-बाएं दृष्टि करना
सामने पैर फैलाकर बैठें। हाथों को दोनों तरफ कंधों के समानातंर फैलाएं। मुट्ठी बंद कर लें, लेकिन अंगूठे को ऊपर की तरफ करें। सिर को स्थिर रखें। अब आंखों से पहले बाएं अंगूठे को देखें, फिर दृष्टि को बीच में नासाग्र पर लाएं। इसके बाद दृष्टि को दाएं अंगूठे पर ले जाएं एवं वापस फिर नासाग्र पर लाएं। यह क्रिया इसी क्रम में 10 से 15 बार या आवश्यकतानुसार करें और आंखों को कुछ देर के लिए आराम दें।
3. सामने और दाएं-बाएं देखना
आराम से बैठ जाएं। अब कंधों के समानांतर बाएं हाथ को आंख के ठीक सामने और दाएं हाथ को दाईं तरह ले जाएं। कंधे की ऊंचाई के बराबर अंगूठे को बाहर निकालकर मुठ्ठी बंद कर स्थिर करें। अब बिना सिर हिलाए सामने वाले अंगूठे को देखें फिर दाएं अंगूठे को देखें। इस प्रकार 10 से 15 बार देखें और हाथों की स्थिति को बदलकर बाएं हाथ को बाईं तरफ व दाएं हाथ को सामने की तरफ करते हुए करें और आंखों को आराम दें।
4. दृष्टि को दूर-पास करना
आराम से बैठ जाएं। दाएं हाथ को कंधे के समकक्ष उठाकर सामने की तरफ सीधा तान दें। मुट्ठियां बंद, अंगूठा बाहर ऊपर उठा हुआ रखें। दृष्टि अंगूठे पर स्थिर करें और धीरे-धीरे अंगूठे को पास लाते हुए नाक से स्पर्श कराएं और वापस दूर ले जाते हुए हाथ को लंबवत तान दें। फिर अंगूठे को पास लाते हुए नाक से स्पर्श कराएं। इस प्रकार 5 आवृत्ति करें।
इसी के साथ ही सुबह उठकर मुंह धोते समय अपने मुंह में पानी भर लें और आंखों को खोलकर इसमें पानी के छींटें मारें। ऐसा 1 से 2 बार करें। फिर बाद में मुंह से पानी निकालकर हाथों की हथेलियों को आंखों के ऊपर रखें।