पिपरमिंट को हम सभी जानते हैं। इसका उपयोग हमारे दादी-नानी के जमाने होता आ रहा है। पिपरमिंट का पौधा करीबन 30 से 60 सेमी ऊंचा और सुगंधित पौधा होता है। यह हमें कई बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके रस और तेल आदि का इस्तेमाल चिकित्सा के लिए किया जाता है। इसे कई अलग-अलग नामों से भी पुकारा जाता है। संस्कृत में इसे सुंधितपत्र, हिन्दी में पिपरमिंट या विलायती पुदीना, गुजराती में पुदीनो, मराठी में पेपरमिंट और अंग्रेजी में ब्रान्डी मिंट कहा जाता है।
आइए जानते हैं पिपरमिंट के चमत्कारिक फायदे-
1. कफ और सर्दी- जब भी मौसम बदलता है कई लोगों को सर्दी-खांसी अपने चपेट में ले लेती है। ऐसे समय में सर्दी से आराम दिलाने में पिपरमिंट बहुत ही गुणकारी माना गया है। ऐसे लोगों को पिपरमिंट की भाप लेने से कफ, सर्दी आदि में राहत मिलती है।
2. दांत दर्द- पिपरमिंट का प्रयोग दांत दर्द में बहुत अधिक फायदेमंद माना जाता है। आज के समय में बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक सभी दांत दर्द की समस्या से किसी न किसी समय परेशान होते ही रहते हैं। इसके लिए पिपरमिंट क्रिस्टल को दर्द वाले दांतों के बीच में रखकर दबाने से दांत दर्द में लाभ होता है।
3. दस्त- अक्सर खाने-पीने में लापरवाही की वजह से दस्त लगना आम बात है। ऐसे समय में पिपरमिंट के पत्तों का 5 से 10 मिलीग्राम की मात्रा काढ़ा बनाकर पीने से मरोड़युक्त अतिसार या दस्त में आराम मिलता है तथा पेट संबंधी समस्या दूर होकर पेट दर्द में लाभ मिलता है।
4. पेट दर्द- अक्सर ज्यादा चटपटा या मसालेदार खाना खाने से पेट में गैस, अपच तथा पेट दर्द, बेचैनी होने लगती है। ऐसे समय में पेट दर्द से जल्दी आराम पाने के लिए 25 मिग्रा पिपरमिंट के पत्तों को बारीक करके उसको एक कटोरी में निचोड़ कर उसमें शक्कर मिलाकर सेवन करने से पेट दर्द से राहत मिलती है।
5. बाल झड़ने की समस्या- अगर आप भी बाल झड़ने की समस्या से परेशान है तो आप पेपरमिंट ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। नारियल के तेल में पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदें मिलाकर सिर की मालिश करें और इस तेल को बालों में 15 से 20 मिनट तक लगा रहने दें, उसके बाद बालों को साधारण पानी से धोकर शैंपू से बाल धोएं।