जब भी कोई डिप्रेशन से घिरता है तो डॉक्टरों की सलाह पर दवाइयों का सहारा लेता है ताकि उससे निकल सकें। मगर हैरानी की बात यह है कि हमारे किचन में भी कई ऐसी मीठी चीजें हैं, जिससे हम अपने डिप्रेशन को पलक झपकते दूर कर सकते हैं और वह दवाइयों से अधिक कारगर भी है।
डेसर्ट और केक : चीनी का प्रयोग अवसाद को दूर करने में किया जाता है। शरीर के शुगर लेवल को ठीक कर नई ऊर्जा देता है। जब भी आप लो फील करें, चीनी से बने पदार्थों का सेवन करें। जूस का एक ग्लास, एक टुकड़ा केक या फिर एक दो चम्मच डेसर्ट को खाकर आप पहले जैसे तरोताजा महसूस कर सकते हैं। हर दिन 2 गुलाब जामुन जलेबी या रसगुल्ले का प्रयोग भी किया जा सकता है।
जैम और टोस्ट : कार्बोहाइड्रेट का सेवन अवसाद के मरीजों के लिए लाभकारी होता है। इसलिए ब्रेड में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट पर जैम लगाकर खाने से अच्छा महसूस करते हैं। ब्रेड की जगह आप मफिंस, ओट मिल्क भी ले सकते हैं।
अंडे : संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे इस विज्ञापन में कही गई बात सौ फीसदी सही है। अंडे में पाए जाने वाला डीएचए 50 फीसदी अवसाद को ठीक कर सकता है। साथ ही शरीर को निरोगी रखता है।
पालक : पालक में विटामीन-बी के साथ आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए लो फील करने पर कम से कम दो कप पालक का सूप या पालक का ज्यूस पीने से इससे आप उबर सकते हैं।
आयरन युक्त भोजन करें : आयरन युक्त भोजन से शरीर में उर्जा की प्रप्ति होती है। आयरन की सबसे अधिक कमी लड़कियों में होती है इसलिए अकसर वे अवसाद की शिकार हो जाती हैं। इससे बचने के लिए आयरनयुक्त भोजन करना चाहिए, जो आपके आयरन लेवल को ठीक रखने के साथ आपके मूड को भी ठीक करता है।