Seven simple habits to prevent heart attack: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में, दिल की बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। खराब जीवनशैली और अत्यधिक तनाव के कारण अचानक हार्ट अटैक के मामले युवाओं में भी देखे जा रहे हैं। चिंता की बात यह है कि हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। लेकिन घबराएं नहीं! विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और हृदय रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि जीवनशैली में छोटे, मगर प्रभावी बदलाव करके 80% तक हृदय रोगों से बचा जा सकता है। अपने दिल को स्वस्थ रखने और आकस्मिक खतरे को टालने के लिए, इस आलेख में 7 आसान और प्रभावी नियम दिए गए हैं, जो आपके जीवन का 'गोल्डन फॉर्मूला' बन सकते हैं।
हृदय रोग से बचाव के लिए ये सात नियम: 1. सक्रियता को अपनाएं: दिल की सेहत का सीधा संबंध शारीरिक गतिविधि से है। छोटी दूरी के कार्यों के लिए साइकिल का उपयोग करना या पैदल चलना शुरू करें। यदि आपको घुटनों की कोई समस्या नहीं है, तो लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें। यह आसान बदलाव आपके हृदय गति को बढ़ाता है, रक्त संचार को सुधारता है, और कैलोरी बर्न करता है, जिससे मोटापा और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।
2. आहार में करें बदलाव: हृदय रोगों का एक मुख्य कारण गलत खान-पान है। फास्ट फूड, कचौड़ी-पकोड़े, चिप्स और कोल्डड्रिंक्स में उच्च मात्रा में ट्रांस फैट, सोडियम और चीनी होती है, जो धमनियों में प्लाक जमा करती है। इनकी जगह फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन को अपने आहार का हिस्सा बनाएं। कम नमक और कम तेल वाले भोजन को प्राथमिकता दें।
3. व्यसनों को कहें 'ना': धूम्रपान , एल्कोहल और किसी भी तरह का नशा हृदय के लिए जहर के समान है। धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को संकरा कर देता है और रक्तचाप को बढ़ाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा 2 से 4 गुना बढ़ जाता है। नशा पूरी तरह छोड़ना आपके दिल की सेहत के लिए सबसे बड़ा और सबसे ज़रूरी कदम है।
4. डिजिटल डिटॉक्स: देर रात तक मोबाइल या कंप्यूटर का उपयोग करना आपकी नींद को प्रभावित करता है। नींद की कमी से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल बढ़ता है, जो उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का कारण बन सकता है। बिस्तर पर जाने से कम से कम 1 घंटा पहले सभी स्क्रीन से दूरी बनाएं।
5. तनाव प्रबंधन: तनाव दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है। तनाव से बचने के लिए, पेंटिंग, बागवानी, नृत्य या गायन जैसे रचनात्मक शौक को समय दें। यह आपको खुशी देता है, दिमाग को शांत करता है, और तनाव के स्तर को प्राकृतिक रूप से कम करने में मदद करता है। 30 मिनट का ध्यान या गहरी सांस लेने का अभ्यास भी बहुत फायदेमंद है।
6. भोजनऔर सोने का समय: भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाएं। इससे पाचन तंत्र पर दबाव कम होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है। सबसे महत्वपूर्ण बात: रात को भोजन करने के तुरंत बाद कभी न सोएं। सोने से कम से कम दो घंटे पहले भोजन करें। भोजन के बाद 15−20 मिनट टहलें, जिसे शतावली भी कहा जाता है। यह ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
7. नियमित जांच: अपने रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की नियमित जांच कराएं। अपने हृदय की स्थिति के बारे में जागरूक रहना और किसी भी असामान्य लक्षण, जैसे सीने में दर्द या साँस फूलना को नजरअंदाज न करना, सबसे बड़ी सुरक्षा है।
ये 7 नियम सिर्फ परहेज नहीं, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर आपका मार्ग हैं। अपने दिल का ख्याल रखना एक निवेश है, जिसका लाभ आपको जीवन भर मिलेगा।
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