क्या आप जानते हैं, ग्रीन टी से होने वाले नुकसान...। शायद नहीं। आपने ग्रीन टी से होने वाले फायदों के बारे में तो जरूर सुना होगा लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी, कि ग्रीन टी पीने के कुछ नुकसान भी हैं, जो आपके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। अगर आप अब तक नहीं जानते, तो जरूर पढ़ें, ग्रीन टी के यह 7 नुकसान -
1 कैफीन - कॉफी में कैफीन की उपस्थिति के बारे में तो आप जानते हैं, लेकिन ग्रीन टी में भी कैफीन मौजूद होता है। हालांकि ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा कॉफी की अपेक्षा बहुत कम होती है, लेकिन दिनभर में ग्रीन टी का अत्यधिक सेवन इससे होने वाली खतरनाक बीमारियां पैदा कर सकता है। इससे आप पेट की समस्या, अनिद्रा, उल्टी, दस्त एवं अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के शिकार हो सकते हैं।
2 गर्भावस्था में - गर्भवस्था में या फिर शिशु के जन्म के बाद भी ग्रीन टी का अत्यधिक सेवन आपको स्वास्थ्य लाभ की बजाए हानि दे सकता है। इसके ज्यादा सेवन से गर्भपात की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। दिन में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी पीना गर्भवती महिलाओं के लिए कई तरह से खतरनाक हो सकता है।
3 आयरन की कमी -भले ही जानने में यह अजीब लगे या फिर आपको यकीन न हो, लेकिन ग्रीन टी का अत्यधिक सेवन करने से आपके शरीर में लौह तत्वयानि आयरन की कमी हो सकती है। दरअसल ग्रीन टी में मौजूद टैनिन, खाद्य पदार्थों और पोषक तत्वों से होने वाले आयरन के अवशोषण में अवरोध उत्पन्न करता है।
4 ऑस्टियोपोरोसिस -हालांकि ग्रीन टी और ऑस्टियोपोरोसिस का कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन ग्रीन टी को अधिक मात्रा में पीने से कैल्शियम की वह मात्रा बढ़ जाती है, जो यूरिन के माध्यम से शरीर के बाहर निकल जाती है। इस तरह से शरीर में कैल्शियम की अधिक कमी हो सकती है, जो ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का कारण बनती है।
5 टेस्टोस्टेरॉन की कमी - ब्राजील में किए गए एक शोध के अनुसार अधिक मात्रा में ग्रीन टी का सेवन शरीर में टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम करता है। इस शोध में यह बात भी सामने आई, कि ग्रीन टी का सेवन कम करने से या इसकी मात्रा में क मी आने से टेस्टोस्टेरॉन का स्तर सामान्य होने में मदद मिलती है।
6 भूख में कमी -ग्रीन टी का अधिक सेवन करना आपकी भूख को कम कर सकता है, जिसे आप सही डाइट नहीं ले पाते और आपके शरीर को जरूरी मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस तरह से आपका शरीर कमजोर हो सकता है।
7 गुर्दे की पथरी -ग्रीन टी में पाया जाने वाला ऑक्जेलिक एसिड गुर्दे में पथरी बनने का कारण हो सकता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, यूरिक एसिड, अमीनो एसिड और फास्फेट भी पाया जाता है जो ऑक्जेलिक एसिड के साथ मिलकर गुर्दे की पथरी के लिए जिम्मेदार होते हैं।