बात खूबसूूरत दिखने की हो तो कई चीजें बिल्कुल पक्की होती हैं। नेलपॉलिश भी उनमें से एक है। लेकिन क्या आपको पता है, कि ब्यूटी के लिए रोज की जरूरत बन चुकी नेलपॉलिश आपको किस तरह खतरे में डाल रही है। क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की कि आपकी नेलपॉलिश में किन खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल हुआ है।
आप जब नेलपॉलिश ट्राय करती हैं आपका ध्यान उस रंग पर जाता है जो आपके हिसाब से सबसे बढ़िया लगेगा परंतु उसे तैयार करने में इस्तेमाल किए गए केमिकल से आप अंजान रहना पसंद करती हैं। शोधों में सामने आ चुका है कि नेलपॉलिश से उसे लगाने के कई घंटों के बाद नुकसान हो सकता है।
ऐसी महिलाएं जो नियमित रूप से नेलपॉलिश का इस्तेमाल करती हैं उन पर किए गए एक शोध में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए...
1. नेलपॉलिश में ट्रिफेन्यल फॉस्फेट होता है : नेलपॉलिश का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में ट्रिफेन्यल फॉस्फेट जैसा जहरीला पदार्थ पाया गया। खास बात यह है कि नेलपॉलिश के लेबल पर इसका कहीं जिक्र नहीं होता।
2. दिमाग पर असर डालती है : सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न होता है जब यह केमिकल शरीर में प्रवेश कर ह्यूमन सिस्टम में गंभीर बदलाव लाता है। यह खास्तौर पर दिमाग और नर्वस सिस्टम में बदलाव पैदा करता है। यह पेट के पाचन और हॉर्मोन सिस्टम में भी गड़बड़ी पैदा कर देता है।
3. रीढ़ की हड्डी को होता है नुकसान : न्यूरो-टॉक्सिन ऐसे जहरीले पदार्थ होते हैं जो सीधे दिमाग पर असर डालते हैं। इसके साथ ही ये रीढ की हड्डी पर भी असर छोड़ता है। नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाला यह अन्य जहरीला तत्व नेलपॉलिश में मौजूद रहता है।
4. कैंसर का खतरा पैदा करती है : फॉर्मेलडेय्डे एक तत्व है जो कार्सिनोजेनिक या कैंसर पैदा करने वाला होता है। इसकी मौजूदगी से कैंसर सेल्स बनते हैं।
5. नेलपॉलिश से शिशु प्रभावित होता है : नेलपॉलिश में टोल्यून नाम का तत्व होता है। यह मां के दूध में सीधे घुस जाता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं से यह बच्चे में जाता है। इससे बच्चे के विकास पर सीधा असर पड़ता है। नेलपॉलिश के इस्तेमाल के 10 घंटे बाद, इसका असर चरम पर होता है।
6. नेलपॉलिश के हानिकारक असर : सबसे प्रमुख असर गले में इंफेक्शन के तौर पर सामने आता है। नेलपॉलिश लगाने के 10 घंटे के बाद गले में खराश और सूजन जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। इसके अलावा स्किन पर खुजली और जलन अन्य लक्षण हो सकते हैं।