शादी के बाद ज्यादातर लोग मोटे क्यों हो जाते हैं? बहुत से लोगों के लिए यह बात एक राज की तरह है। अगर आपके दिमाग में भी यही सवाल है, कि लोग शादी के बाद मोटे क्यों हो जाते हैं, तो जानिए वजह -
2011 में ओहियो स्टेट में की गई एक स्टडी में पाया गया कि शादी के बाद लोगों के शारीरिक वजन में 9 से 10 किलो ग्राम तक का अंतर आ जाता है।
इसका प्रभाव सबसे ज्यादा महिलाओं पर पड़ता है और वे तंदुरुस्त हो जाती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग शादी के बाद जितना ज्यादा खुश होते हैं उनके मोटे होने की उतनी ज्यादा संभावनाएं होती हैं।
वहीं 2012 में प्रकाशित की गई एक स्टडी में बताया गया है कि ऐसे जोड़े जिनके शादी के दो साल से ज्यादा हो जाते हैं उनके किसी अविवाहित व्यक्ति के मुकाबले शारीरिक वजन बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
यूएसए टुडे के मुताबिक, शादीशुदा स्त्री अगर 20 साल की है तो अगले पांच सालों में उसका वजन 11 किलो ग्राम के लगभग बढ़ने की संभावनाएं होती हैं। वहीं इसी उम्र के पुरुष का वजन 13 किलोग्राम तक बढ़ने की संभावनाएं होती हैं।
लेकिन ये संभावनाएं क्यों बनती हैं आइए जानते हैं 5 कारण -
1. एक दूसरे की पसंद का पड़ता है असर :जब किसी की शादी हो जाती है तो वह अक्सर बाहर डिनर व ब्रंच के लिए जाना शुरू कर देते हैं। साथ ही छोटी-छोटी बातों को लेकर परवाह करना भी शादी के बाद कम हो जाती है। इस दौरान बाहर खाना एक सबसे महत्वपूर्ण चीज बन जाती है। और लोग अपनी पसंद और अपने पार्टनर की पसंद का खूब ख्याल रखने लगते हैं और अत्याधिक सुख के कारण मोटे होने लगते हैं।
2. शादी के बाद किचन के खाने का मजा : शादी के बाद हमारी भारतीय नारियां पाक कला में खूब हाथ आजमाती हैं ताकि वे अपने जीवनसाथी और घर के बाकी सदस्यों को खुश कर सकें। जब तरह-तरह के व्यंजन रोज बनाए और खाए जाते हैं तो वजन बढ़ना तो जाहिर है।
वजन बढ़ने का संबंध इससे कतई नहीं है कि हैप्पी मैरिज होगी तभी दोनों कपल वजन बढ़ाएंगे, बल्कि शादीशुदा लोग खाने में सांत्वना प्राप्त करने का खूब ध्यान देते हैं। फलस्वरूप वजन बढ़ता है।
3. दबाव नहीं होता : शादी के बाद वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है कि जीवनसाथी पाने का दबाव कम हो जाता है। इसलिए लोग परिवर्तन के लिए तैयार रहते हैं और साथ ही उनके पास एक बहाना होता कि अब तो मैं शादीशुदा हूं।
2013 में हेल्थ साइकॉलजी में प्रकाशित हुए आर्टिकल में बताया गया जो जोड़े अपनी शादी से खुश, संतुष्ट और सुरक्षित महसूस करते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। क्योंकि उनमें किसी को आकर्षित करने का कोई दबाव नहीं होता।
4. लापरवाही : एडीलेट, ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं शादी के पहले ज्यादा डाइट करती हैं वे शादी के बाद लापरवाह हो जाती हैं जिससे उनका वजन ज्यादा बढ़ जाता है। शादी के बाद महिलाएं सोच लेती हैं कि अब उन्हें किसी को इंप्रेस करने की आवश्कता नहीं है। इसके कारण उनका वजन बढ़ता है।5. प्रेग्नेंसी का होना : जब मोटापे की बात आती है तो प्रेग्नेंसी दोहरे बाण के रूप में कार्य करती है। प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं का बहुत अधिक खयाल रखा जाता है( जो मां की कोख में पल रहे बच्चे के लिए जरूरी भी है) जिसके कारण प्रेंग्नेंट मां 1 साल तक कोई भी काम नहीं करती। जिसके फलस्वरूप वजन द्रुत गति से बढ़ता है।
3. दबाव नहीं होता : शादी के बाद वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण होता है कि जीवनसाथी पाने का दबाव कम हो जाता है। इसलिए लोग परिवर्तन के लिए तैयार रहते हैं और साथ ही उनके पास एक बहाना होता कि अब तो मैं शादीशुदा हूं।
2013 में हेल्थ साइकॉलजी में प्रकाशित हुए आर्टिकल में बताया गया जो जोड़े अपनी शादी से खुश, संतुष्ट और सुरक्षित महसूस करते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। क्योंकि उनमें किसी को आकर्षित करने का कोई दबाव नहीं होता।
4. लापरवाही : एडीलेट, ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं शादी के पहले ज्यादा डाइट करती हैं वे शादी के बाद लापरवाह हो जाती हैं जिससे उनका वजन ज्यादा बढ़ जाता है। शादी के बाद महिलाएं सोच लेती हैं कि अब उन्हें किसी को इंप्रेस करने की आवश्कता नहीं है। इसके कारण उनका वजन बढ़ता है।
5. प्रेग्नेंसी का होना :जब मोटापे की बात आती है तो प्रेग्नेंसी दोहरे बाण के रूप में कार्य करती है। प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं का बहुत अधिक खयाल रखा जाता है( जो मां की कोख में पल रहे बच्चे के लिए जरूरी भी है)जिसके कारण प्रेंग्नेंट मां 1 साल तक कोई भी काम नहीं करती। जिसके फलस्वरूप वजन द्रुत गति से बढ़ता है।