14 नवंबर : विश्व मधुमेह दिवस

मधुमेह एक बहुत ही खतरनाक बिमारी है। वर्तमान में हर 5 में से 1 व्‍यक्‍ति मधुमेह की बीमारी से ग्रसित है। मधुमेह ऐसी बीमारी है, जो अधिकांशत: लोगों को अनुवांशि‍क होती है। यदि किसी परिवार में मधुमेह की बिमारी पहले से है तो उस परिवार में पीढ़ी-दर-पीढ़ी यह बीमारी बढ़ती जाती है। डाईबिटीज मुख्‍यत: पीड़ित व्‍यक्‍ति के रक्त में, ग्‍लूकोज की मात्रा ज्‍यादा होने के कारण होती है।


ऐसा दो कारणों से होता है - पहला, जब किसी व्‍यक्‍ति के शरीर में इंसुलिन का बनना बंद हो जाता है या व्‍यक्‍ति के शरीर की कोशिकाएं बन रही इंसुलिन पर प्रतिक्रिया नहीं करते।
डाईबिटीज के प्रकार - 1. डाईबि‍टीज -  जब रोगी के शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाती है, उस समय व्‍यक्ति को मानव निर्मित इंसुलिन का सहारा लेना पड़ता है। तब व्‍यक्ति को डाईबि‍टीज होती है। 
2. टाइप 2 डाईबिटीज -  जब रोगी के शरीर की कोशिकाएं उसके शरीर की इंसुलिन पर प्रतिक्रिया करना बंद कर देती हैं, उस स्‍थिति में भी व्‍यक्ति को मधुमेह जैसी बीमारी का सामना करना पड़ता है।
3. जसटेश्नल डाईबि‍टीज - यह डाईबि‍टीज अक्सर गर्भवती महिलाओं को होती है। गर्भावस्‍था के दौरान महिलाओं द्वारा जो दवाएं ली जाती है, उन दवाओं के कारण महिलाओं के खून में ग्‍लूकोज की मात्रा बढ़ जाने के कारण ऐसा हो‍ता है।
डाईबि‍टीज के लक्षण ...

डाईबि‍टीज के लक्षण - 1. भूख और प्‍यास ज्‍यादा लगना। 2. अचानक वजन कम हो जाना। 3. चीजों का धुंधला दिखाई देना। 4. बार-बार पेशाब लगना। 5. सांस फूलना। 6. ज्‍यादा थकान महसूस होना। 7. शरीर में खुजली होना।  8. किसी भी घाव को ठीक होने में अधिक समय लगना।

डाईबि‍टीज की हानियां - 1. डाईबि‍टीज किसी भी वर्ग के व्‍यक्‍ति को हो सकती है। 2. वर्तमान में डाईबि‍टीज का ईलाज न करा पाने पर, प्रतिवर्ष 25000 जानें चली जाती हैं।  3. डाईबि‍टीज से पीड़ित व्‍यक्‍ति, स्‍वस्‍थ व्‍यक्‍तियों की अपेक्षा 10 साल कम जीवित रहते हैं। 4. डाईबि‍टीज एक जेनेटिक बीमारी है। 5. डाईबि‍टीज को समय पर नियंत्रित न करने से, अंधापन, लीवर खराब, हार्ट अटैक आदि का खतरा बढ़ जाता है।

डाईबिटीज में किन चीजों का सेवन ना करें - 
आलू, चावल, शक्‍कर, मीठे फल, केला, केक, पेस्‍ट्री, घी, मक्‍खन, समोसा, कचौरी, ज्‍यादा तेल वाली चीजों का सेवन कम से कम करें।
2 किसी भी फल का मुरब्‍बा, नारियल आदि का सेवन न करें। गर्मी के समय गन्‍ने का रस लोग काफी पसंद करते हैं, लेकिन यह डाईबिटीज के मरीजों लिए नुकसानदेह है।
3 जो लोग मांसाहारी होते है, उन्‍हें अंडे, चिकन, मटन, मछली, चाय, कॉफी, शराब, धूम्रपान आदि का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

 
डाईबि‍टीज में किन चीजों का सेवन करें - 
हरी सब्‍जि‍यां, फलों का ताजा जूस, मूंगफली, चने, सलाद, मटर, टमाटर, गाजर, कच्‍चे केले, स्‍वीट कॉर्न, दलिया, अंकुरित अनाज आदि का सेवन आवश्यक है। 

डाईबि‍टीज में ध्‍यान रखने योग्‍य बातें - 1. समय पर डाईबि‍टीज की जांच अवश्‍य करवाएं। 2. बिना डाक्‍टर के सलाह लिए, किसी भी दवा का सेवन न करें। 3. परहेज करने में, लापरवाही बिल्कुल न करें। 4. व्‍यायाम और योग नियमित रुप से करते रहें। 5. भरपूर नींद लें। 6. सुबह टहलने अवश्‍य जाएं।

डाईबिटीज में किन चीजों का सेवन ना करें - 
1 आलू, चावल, शक्‍कर, मीठे फल, केला, केक, पेस्‍ट्री, घी, मक्‍खन, समोसा, कचौरी, ज्‍यादा तेल वाली चीजों का सेवन कम से कम करें।

2 किसी भी फल का मुरब्‍बा, नारियल आदि का सेवन न करें। गर्मी के समय गन्‍ने का रस लोग काफी पसंद करते हैं, लेकिन यह डाईबिटीज के मरीजों लिए नुकसानदेह है।
 3 जो लोग मांसाहारी होते है, उन्‍हें अंडे, चिकन, मटन, मछली, चाय, कॉफी, शराब, धूम्रपान आदि का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

डाईबि‍टीज में किन चीजों का सेवन करें - 
हरी सब्‍जि‍यां, फलों का ताजा जूस, मूंगफली, चने, सलाद, मटर, टमाटर, गाजर, कच्‍चे केले, स्‍वीट कॉर्न, दलिया, अंकुरित अनाज आदि का सेवन आवश्यक है। 
   
डाईबि‍टीज में ध्‍यान रखने योग्‍य बातें - 1. समय पर डाईबीटीज की जांच अवश्‍य करवाएं। 2. बिना डाक्‍टर के सलाह लिए, किसी भी दवा का सेवन न करें। 3. परहेज करने में, लापरवाही बिल्कुल न करें।4. व्‍यायाम और योग नियमित रुप से करते रहें। 5. भरपूर नींद लें। 6.सुबह टहलने अवश्‍य जाएं।

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