अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि तस्वीर, ध्वनि या कंपन वाले संकेतों से ऐसे मरीजों को 'फ्रीजिंग' की स्थिति से बाहर आने में मदद मिल सकती है। इस ऐप को विकसित करने वाले अमेरिका के राइस यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक यह ऐप उन संकेतों को उपलब्ध कराने की दिशा में अत्यंत सहायक सिद्ध हो सकता है। (भाषा)