8 अक्टूबर 2011 को उनके असामयिक निधन के बाद संगिनी संस्था स्तन कैंसर विजेता स्वयं सेवी महिलाओं द्वारा पूर्णतयः अवैतनिक चलाया जाता है। सन 2011 से सचिव के रूप में जनक पलटा मगिलिगन और अनुराधा सक्सेना समन्वयक स्वयं सेवा दे रहीं हैं... जो संगिनी बनाई उसे सभी स्तन कैंसर विजेता और डॉ असीम नेगी, डॉ सीमा विजयवर्गीय, डॉ नीरजा पौराणिक, डॉ फरीद, डॉ प्रेरणा नेगी, सान्याल और नेगी परिवार सभी प्रोत्साहित कर संगिनी संस्था सेवा में अग्रसर है। अनुराधा सक्सेना ने वार्षिक रिपोर्ट रुपिका सान्याल ने भी जानकारी दी।