Is it OK to put sugar in green tea: आजकल जब हेल्थ के प्रति जागरूकता बढ़ी है, लोग अपनी डाइट में हेल्दी ऑप्शन शामिल करने लगे हैं। इसी सेहतमंद आदत में सबसे लोकप्रिय पेय बन चुका है, ग्रीन टी (Green Tea)। वजन घटाने से लेकर डिटॉक्सिफिकेशन तक, ग्रीन टी को एक सुपर ड्रिंक माना जाता है। लेकिन जब बात आती है इसके स्वाद की, तो कई लोग इसे फीका कहकर इसमें चीनी (Sugar) मिलाना पसंद करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है – क्या ग्रीन टी में चीनी डालना सही है? इसका स्वास्थ्य पर क्या असर होता है? आइए इस लेख में जानते हैं विस्तार से, ताकि अगली बार ग्रीन टी बनाते वक्त आप सही निर्णय ले सकें।
ग्रीन टी: सेहत का खजाना
ग्रीन टी को सदियों से आयुर्वेद और चीन की पारंपरिक चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है। यह कैमेलिया साइनेंसिस (Camellia Sinensis) नामक पौधे की पत्तियों से बनती है और इसे ऑक्सिडाइज़ नहीं किया जाता, जिससे इसमें मौजूद पोषक तत्व जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट्स, कैटेचिन्स और पॉलीफेनॉल्स संरक्षित रहते हैं। ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में सहायक होती है, वजन घटाने में मदद करती है, स्किन को निखारती है, हार्ट हेल्थ सुधारती है और मानसिक सतर्कता भी बनाए रखती है। लेकिन जब हम इसमें चीनी मिलाते हैं, तो क्या ये फायदे कम हो जाते हैं? यही जानने के लिए हमें इसके वैज्ञानिक पहलुओं को समझना होगा।
क्या ग्रीन टी में चीनी डालना चाहिए?
सीधा जवाब है, नहीं डालना चाहिए, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य लक्ष्य पर निर्भर करता है।
1. ग्रीन टी का मूल उद्देश्य फीका रहना है: ग्रीन टी का असली स्वाद हल्का कड़वा और मिट्टी जैसा होता है, जो प्राकृतिक रूप से शरीर को डिटॉक्स करता है। जब इसमें चीनी मिलाई जाती है, तो यह न केवल इसका स्वाद बदल देती है, बल्कि इसके डिटॉक्स प्रभाव को भी कम कर देती है। चीनी आपके शरीर में इंसुलिन स्पाइक का कारण बनती है, जो मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकती है।
2. चीनी मिलाने से वजन घटाने पर असर पड़ता है: अगर आप ग्रीन टी को वजन घटाने के लिए पी रहे हैं और उसमें एक चम्मच चीनी डाल रहे हैं, तो आप अनजाने में अपना मकसद खुद ही बिगाड़ रहे हैं। एक चम्मच चीनी में लगभग 16 कैलोरी होती है। दिन में अगर आप 3-4 कप ग्रीन टी पीते हैं और हर बार उसमें चीनी मिलाते हैं, तो आप 60–70 अतिरिक्त कैलोरी ले रहे हैं, वो भी बिना किसी पोषण के।
3. एंटीऑक्सीडेंट्स की ताकत कम हो सकती है: ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स (Catechins) शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। लेकिन कुछ स्टडीज बताती हैं कि जब इसमें प्रोसेस्ड शुगर मिलाई जाती है, तो यह कैटेचिन्स के एब्सॉर्प्शन को बाधित कर सकती है, जिससे इसके हेल्थ बेनिफिट्स कम हो जाते हैं।
चीनी के विकल्प: क्या हैं बेहतर विकल्प?
अगर आपको ग्रीन टी का स्वाद फीका लगता है और आप मीठास चाहते हैं, तो चीनी की बजाय कुछ हेल्दी विकल्प आजमा सकते हैं:
शहद (Honey): अगर ग्रीन टी थोड़ी ठंडी हो गई हो, तो उसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाना स्वाद और स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहतर है।
स्टीविया (Stevia): एक नेचुरल प्लांट-बेस्ड स्वीटनर, जो बिना कैलोरी के मिठास देता है।
नींबू (Lemon): ग्रीन टी में नींबू मिलाने से इसका स्वाद तो बेहतर होता ही है, साथ ही विटामिन C का फायदा भी मिलता है।
तुलसी या अदरक: स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ इनका औषधीय असर भी होता है।
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