सोशल मीडिया दो नामों से आरंभ हुई थी। फेसबुक और ऑरकूट। आज हर दिन एक नया नाम हमारे सामने है। संवाद बनाए रखने के लिए, रिश्तों में रोमांच सजाए रखने के लिए और अनुभूतियों में ताजगी बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया के सिवा आज कोई विकल्प नहीं।
आंकड़ों का यह सच रोमांच और अचरज से भरा है कि व्हाट्स एप पर प्रत्येक सेकंड में करीब, 2,50,000 संदेश भेजे जाते हैं उनमें हिन्दी के संदेश दूसरे स्थान पर हैं। हमें गर्व है कि हिन्दी यहां कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। अब सभी सोशल मीडिया पर हिन्दी में लिखना आसान हो गया है। केवल वेब ब्राउज़र पर एक टूल इंस्टॉल करने मात्र से हिन्दी टाइप करने में माहिर हो सकते हैं।