गोलू भी ट्रेन में चढ़ गया पर उसे बैठने तक की जगह नहीं मिली...
तो उसने एक तरकीब लगाई और “सांप, सांप, सांप,” चिल्लाना शुरू कर दिया…
लोग डर के मारे सामान सहित उतर कर दूसरे डिब्बों में चले गए….
अब गोलू ठाठ से ऊपर वाली सीट पर बिस्तर लगा कर लेट गया।
गोलू दिनभर का थका हुआ था तो जल्दी सो गया….
सवेरा हुआ, ”चाय, चाय” की आवाज पर वो उठा और चाय ली... फिर चाय वाले से पूछा कि कौन सा स्टेशन आया है?
तो चाय वाले ने बताया, “अम्बाला” है…..
फिर पूछा, “अम्बाला” से तो रात को चले थे?