सोनू मोनू से : यार मेरी बीवी हमेशा साड़ियों की ही रट लगाए रहती है। परसों भी एक साड़ी लाने का बोली, फिर कल एक साड़ी के लिए बोली और आज भी साड़ी की ही फरमाइश।
मोनू: लेकिन इतनी साड़ियों का वह करती क्या है?
सोनू: पता नहीं यार, यह तो तब ही पता चलेगा जब मैं साड़ी लाकर दूंगा।