एक भुलक्कड़ का चुटकुला : हंसी नहीं रुकने वाली

एक भुलक्कड़ आईने के सामने से निकला तो उसे खुद की छवि नजर आई लेकिन वह इस सोच में डूब गया कि इस आदमी को देखा कहां है? 
 
रुक कर काफी देर तक गौर से देखने और दिमाग पर जोर डालने के बाद वह खुश होकर बोला- अरे पहचान लिया, ये तो वही है जो परसों मेरे साथ नाई के यहां कटिंग बनवा रहा था।

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