भोपाल, भारतीय भाषाओं की किताबों के अग्रणी प्रकाशक मंजुल पब्लिशिंग हाउस ने देश के सबसे बड़े डिजिटल साहित्यिक प्लेटफार्म प्रतिलिपि (Pratilipi.com) के साथ नए संयुक्त उपक्रम 'एकत्र' की शुरुआत की है।
यह नया इम्प्रिंट प्रतिलिपि के प्रतिभाशाली लेखकों की किताबों का प्रकाशन मुद्रित और ई- बुक दोनों स्वरूपों में करेगा। फ़िक्शन श्रेणी की ये किताबें मुख्य रूप से लघु कथाएं और उपन्यास होंगी। प्रतिलिपि डॉटकॉम एक लोकप्रिय फ्री टू रीड डिजिटल प्लेटफार्म है।
मंजुल पब्लिशिंग हाउस के मैनेजिंग डायरेक्टर विकास रखेजा के अनुसार मुद्रित और ई- बुक दोनों तरह से किताबें उपलब्ध कराकर मंजुल उन समृद्ध और विविध लेखकों तक पहुंचने का इच्छुक है, जिनका प्रतिलिपि के माध्यम से पहले से ही वर्चुअल पाठकों के साथ गहरा जुड़ाव है। प्रारंभ में हिंदी और मराठी भाषाओं में ये किताबें प्रकाशित की जाएंगी। बाद में अन्य भारतीय भाषाओं में भी इनका प्रकाशन होगा। संयुक्त उपक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद के खंड में मंजुल की विशेषज्ञता और प्रतिलिपि के लेखकों और पाठकों के विशाल परस्पर संवादात्मक (इन्टरैक्टिव) पूल का इस्तेमाल करके स्टोरी टेलिंग और स्टोरी रीडिंग की कला को नया आयाम प्रदान करना है, जिसमें विपुल संभावनाएं हैं।
प्रतिलिपि के आईपी डेवलपमेंट हेड शुभम शर्मा ने साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, '' मंजुल पब्लिशिंग हाउस के साथ 'एकत्र' सीरीज़ शुरू करके हम बेहद उत्साहित हैं। इस साझेदारी के लिए चयनित कहानियों और लेखकों का प्रतिलिपि साहित्यिक समुदाय में पहले से ही प्रशंसकों का व्यापक आधार है। परस्पर संवाद के इन आंकड़ों का इस्तेमाल कर के हम विभिन्न भाषाओं की नई कहानियां जुटाकर उनका मूल्यांकन कर पाते हैं। इसके साथ भारतीय भाषाओं में अनुवादित किताबों के प्रकाशन में मंजुल की विशेषज्ञता को जोड़ने से 'एकत्र' शुरुआत हुई है। हम दोनों मिलकर रोचक और सार्थक कहानियां पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।''
प्रारंभ में हिंदी और मराठी भाषाओं में जो किताबें प्रकाशित की जाएंगी, उनमें प्रतिलिपि की उत्कृष्ट कृतियॉं हिंदी में 'ताश्री' (सुमित मेनारिया) और 'अंगूठी का भूत' (मनीश शर्मा) तथा मराठी में 'अनाकलनीय' (संजय वैद्य) और 'बुजगावणं' (कनिष्क हिवरेकर) आदि शामिल हैं।
सभी चार वर्तमान में अमेज़न प्री-ऑर्डर पर उपलब्ध हैं। अंग्रेज़ी सहित अन्य भाषाओं को बाद में शामिल किया जाएगा। मुद्रित संस्करण जल्द ही बुकस्टोर्स में उपलब्ध होंगे।