हिन्दी कविता : अब ऐसा शुभ काम करो...

सफल इरादा वे करते हैं,
हम तो केवल पछताते हैं।


 
घात लगाए वे रहते हैं,
मेरे सैनिक मारे जाते हैं। 
 
मुंह बंद कर चुप मत रहिए, 
जल्द ही उनका संहार करो। 
जड़ से उनका अंश मिटा दो, 
अब ऐसा शुभ काम करो।
 
उनके मुल्क के अंदर अब, 
आतंकी पूजे जाते हैं। 
घात लगाए वे रहते हैं, 
मेरे सैनिक मारे जाते हैं।
 
अब ऐसा नियम बनाओ,
देश के अंदर घुस न पाए। 
अगर गलती से आ भी जाए, 
तो जिंदा बच के जा न पाए।
 
जो मेरे देश के लोगों का आ,
सुख-चैन मिटाते हैं,
घात लगाए वे रहते हैं, 
मेरे सैनिक मारे जाते हैं। 
 

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