ताजगी, सादगी और गहराई के साथ ही इस किताब में गुलजार की कविताओं के प्रति प्रेम युक्त आभार साफ दिखाई देता है। हिन्दी और उर्दू भाषाओं में अभिव्यक्ति, वर्तमान समय में, बीते हुए समय के भोलेपन की याद ताजा करता है।
यह किताब जीवन के विभिन्न पहलुओं पर लिखी गई कविताओं का एक संग्रह है, जिसमें जीवन, समय और जिन लोगों से हम इस जीवन यात्रा में मिलते हैं और जो वक्त साथ बिताते हैं, और उतार चढ़ावों में शक्ति के रूप में एक होते हैं, जैसी कई चीजों का एहसास होता है। इसमें आपको युवा दिलों की बेफिक्र स्वच्छंदता मिलेगी, तो घात लगाती कुछ चालाकियों का हल्का एहसास भी होगा।
कविताएं जीवन के विभिन्न आयामों, एहसासों और विभिन्न नजरियों पर प्रकाश डालती हैं और विषयों के अनुरूप इसमें लेखन के अलग-अलग तरीके भी परोसती है। अगर आप जीवंत हैं और जीवन को विभिन्न आयामों में दिलचस्पी रखते हैं, तो यह किताब आपके लिए है।
"हर लम्हे का अपना एक मुकाम है शायद,
हर आती सांस का अपना एक आयाम है शायद,
शब-ओ-रोज मायूसी और खुशी में झूलता है बेवजह,
ये दिल भी किसी ख्वाब का गुलाम है शायद...."