थोड़ी ही देर बाद चीटियां उस मच्छर को खींचती हुई अपने झुंड के करीब ले गईं। उस मच्छर की तड़पन जल्द ही शांत न हो जाए, सोचकर उसने उसे चीटियां से छुड़ा लिया। मच्छर मृतप्रायः स्थिति में पहुंच चुका था...उसे बड़ी ही निराशा हुई। और अंत में उसने उसे चीटियों के झुंड के हवाले कर दिया।...अब उसके चेहरे पर विजयी भाव थे।