Hariyali Amavasya 2024 : सावन माह की अमावस्या इस बार 4 अगस्त 2024 रविवार को रहेगी। रविवार को रहने के कारण इसे रवि अमावस्या कहा जा सकता है। श्रावण मास के लगने के साथ ही अमावस्या तक पेड़ पौधों को नया जीवन मिलता है। चारों ओर हरियाली छा जाती है। इसीलिए इसे हरियाली अमावस्या कहते हैं। आओ जानते हैं कि इस महत्वपूर्ण अमावस्या पर रखना चाहिए कौनसी 4 सावधानियां।
हरियाली अमावस्या- Hariyali Amavasya 2024:- इस दिन व्रत रखने से चंद्र का दोष दूर होता है। यह सभी मनोकामना पूर्ण करती है। महिलाओं को विशेष रूप से अपने पति के लंबे जीवन के लिए सोमवती अमावस्या व्रत करना चाहिए।
हरियाली अमावस्या:- श्रावण माह में हरियाली अमावस्या आती है। इसे महाराष्ट्र में गटारी अमावस्या कहते हैं। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में चुक्कला एवं उड़ीसा में चितलागी अमावस्या कहते हैं। इस दिन पौधा रोपण करने का महत्व है। इस दिन पितरों की शांति हेतु भी अनुष्ठान किए जाते हैं।
सावधानियां:- अमावस्या के दिन भूत-प्रेत, पितृ, पिशाच, निशाचर जीव-जंतु और दैत्य ज्यादा सक्रिय और उन्मुक्त रहते हैं। ऐसे दिन की प्रकृति को जानकर विशेष सावधानी रखनी चाहिए। इस दिन हो सके तो उपवास रखना चाहिए। जानकार लोग तो यह कहते हैं कि चौदस, अमावस्या और प्रतिपदा उक्त 3 दिन पवित्र बने रहने में ही भलाई है।
1. इस दिन किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. इस दिन शराब आदि नशे से भी दूर रहना चाहिए। इसके शरीर पर ही नहीं, आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम हो सकते हैं।
3. इस दिन व्यक्ति में नकारात्मक सोच बढ़ जाती है। ऐसे में नकारात्मक शक्तियां उसे अपने प्रभाव में ले लेती है तो ऐसे में हनुमानजी का जप करते रहना चाहिए।
4. अमावस्या के दिन ऐसे लोगों पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है जो लोग अति भावुक होते हैं। अत: ऐसे लोगों को अपने मन पर कंट्रोल रखना चाहिए और पूजा पाठ आदि करना चाहिए।