महानंदा नवमी 2023 : माघ माह की नवमी को महानंदा नवमी मनाई जाती है। इस दिन महानंदा देवी की पूजा होती है। यह गुप्त नवरात्रि की नवमी का दिन होता है। इस दिन के बाद माघ मास की गुप्त नवरात्रि समाप्त हो जाती है। इस दिन दस महाविद्या की पूजा के साथ ही महानंदा देवी की पूजा भी होती है। आओ जानते हैं कि कौन है महानंदा देवी।
साहूकार ने कहा कि हमारे पास जो है, हम उसी से उनकी सेवा करेंगे।
फिर बेटी ने चौका लगाया और चौमुख दीपक जलाकर लक्ष्मीजी का नाम लेती हुई बैठ गई। तभी एक चील नौलखा हार लेकर वहां डाल गया।
उसे बेचकर बेटी ने सोने का थाल, शाल दुशाला और अनेक प्रकार के व्यंजनों की तैयारी की और लक्ष्मीजी के लिए सोने की चौकी भी लेकर आई। थोड़ी देर के बाद लक्ष्मीजी गणेशजी के साथ पधारीं और उसकी सेवा से प्रसन्न होकर सब प्रकार की समृद्धि प्रदान की। अत: जो मनुष्य महानंदा नवमी के दिन यह व्रत रखकर श्री लक्ष्मी देवी का पूजन-अर्चन करता है उनके घर स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तथा दरिद्रता से मुक्ति मिलती है तथा दुर्भाग्य दूर होता है।