×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
बॉलीवुड
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
ज्योतिष 2025
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
आई बसंती होली
-
आर. सूर्य कुमार
ी
ND
ऊपर नीला-नीला आकाश,
नीचे हरी-भरी धरती।
लाल-लाल खिला पलाश
सृष्टि की छवि मन हरती।
फिर अपने आंगन में
आई बसंती होली।
मन पुलकित, तन पुलकित
पुलकित हर दिवस निशा।
कण सुरभित, क्षण सुरभित,
सुरभित दिशा-दिशा।
फिर अपने आंगन में
आई बसंती होली।
यत्र-तत्र रंग ही रंग,
जीवन के रंग अपार।
प्रीति-रीति संग हो संग,
हुआ त्योहार साकार।
फिर अपने आंगन में,
आई बसंती होली।
मानो निकले पाथर के पर,
आनंद का अनूठा लगन।
उभर उठे सप्त स्वर,
गायन में कोकिल मगन।
फिर अपने आंगन में
आई बसंती होली।
बजा मंजीरा, बजा ढोल,
जग झूम-झूम उठ जागा,
कैसे सजे सुंदर बोल,
यह कैसा सुरीला फाग।
फिर अपने आंगन में,
आई बसंती होली।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
ज़रूर पढ़ें
मंगला गौरी व्रत कब रखा जाएगा, क्या है माता की पूजा का शुभ मुहूर्त
भविष्य मालिका की भविष्यवाणी के अनुसार तीसरा विश्व युद्ध कब होगा, भारत में लगेगा मिलिट्री शासन?
सावन सोमवार से संबंधित आरती चालीसा सहित महत्वपूर्ण जानकारी
अमरनाथ यात्रा शुरू, बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से पहला जत्था रवाना
कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?
धर्म संसार
Aaj Ka Rashifal: 05 जुलाई का दैनिक राशिफल, आज का दिन चमकाएगा आत्मविश्वास का सितारा
05 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन
पंचांग का ज्ञान, 7 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच क्या होने वाला है?
कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए क्यों नहीं लेते एक दूसरे का नाम?
05 जुलाई 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त
ऐप में देखें
x