लुफ्त ने लिखा है कि मुनरो की मौत से जूडी बहुत परेशान थीं। मुनरो जब कई वर्षों तक अनिद्रा के दौर से गुजर रही थी तब भी उनकी और जूडी की टेलीफोन पर बातचीत होती रहती थी।’’ मुनरो को लगता था कि जूडी उसकी स्थिति को समझेगी। जूडी ने उन्हें कहा था कि जब भी उन्हें डर लगे वह उनके पास आ जाएं, वह दोनों बैठ कर बात करेंगे।(भाषा)