लिसिना ने अपनी खुशी बयां करते हुए बताया कि वह ऐसी लड़कियों के लिए प्रेरणास्तोत्र बनना चाहती हैं जिनमें आत्मविश्वास की कमी होती है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के खिताब अपने नाम होने से अच्छी भावना आती है। लंबे पैर होने के कई फायदे भी हैं। उन्होंने अपने बास्केटबॉल करियर में इसके फायदे मिले और 2008 के बीजिंग ओलंपिक में उन्होंने रूस के लिए कांस्य पदक जीता था।
लिसिना ने बताया कि उनके परिवार में सभी लंबे हैं। उनके भाई 6 फीट 6 इंच, पिता 6 फीट 5 इंच और मां 6 फीट 1 इंच लंबे हैं। इतनी लंबाई होने के कई नुकसान भी हैं। उन्हें लंबाई को लेकर स्कुल में तंग किया जाता था। उन्हें अपनी साईज़ की पैंट ढूंढने में काफी परेशानी होती थी। उन्हें हवाई जहाज़ और कार में बैठने मे परेशानी होती थी। उन्हें अपने नाप के जूते ढूंढने में काफी परेशानी होती है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के संपादक क्रेग ग्लेनडे ने कहा कि हम फिक्शनल सुपरहीरो से प्रेरित हो सकते हैं, लेकिन इस साल हम रियल लाइफ सुपरहीरो का जश्न मना रहे हैं। इससे पहले यह खिताब रूस की ही स्वेतलाना पैंकरातोवा के नाम था।