कीजिए अपने किचन का कायाकल्प

एक समय था, जब घर में किचन को सबसे कम महत्व दिया जाता था। घर के सबसे पिछले हिस्से में छोटा-सा किचन बना दिया और काम खत्म...। उसके लुक को लेकर कभी ध्यान नहीं दिया जाता था। तब रसोईघर के मायने बस कुछ पीतल, तांबे या कांसे के बर्तन ही हुआ करते थे।

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जरा याद कीजिए वह दौर जब घर की महिलाओं का अधिकांश समय किचन में चूल्हा फूंकते-फूंकते ही गुजरता था। मसाला, अनाज आदि वस्तुएं भी घर में घट्टी पर या फिर सिलबट्टे पर पीसकर उपयोग में लाई जाती थीं। सब्जी, फल जैसी वस्तुओं को स्टोर करके रखने की कोई व्यवस्था नहीं थी।

धीरे-धीरे बदलाव का दौर प्रारंभ हुआ। घर के दूसरे कमरों के साथ-साथ किचन पर भी ध्यान दिया जाने लगा औऱ शुरूआत हुई मिट्टी के चूल्हों के स्थान पर गैस स्टोव्ह से। इसके आने के बाद तो कुकिंग का पूरा स्टाइल ही बदल गया। यानी सीटिंग की जगह स्टैंडिंग हो गया किचन। यह थी आधुनिक किचन कंसेप्ट की शुरूआत। वर्तमान में किचन की दुनिया आधुनिकता के रंग में रंगी हुई स्पष्ट नजर आती है। एक तो किचन अप्लायंसेस की बाढ़ आई हुई है, दूसरे आज इसके लुक और ट्रेंड पर ग्लोबल दुनिया का असर भी पड़ा है।

कहते हैं खाना बनाते समय माहौल का खुशनुमा होना आवश्यक होता है और इस कंसेप्ट पर आजकल के मॉडर्न किचन पूरी तरह से फिट बैठते हैं। मॉडर्न किचन को इस तरह डिजाइन किया जाता है कि इसमें काम करना और सामान रखना ज्यादा सुविधाजनक हो।

इनमें किचन रैक, केबिनेट वर्क टॉप, नॉब्स, चिमनी, एक्जॉस्ट फैन, डिशवॉशर सबकुछ शामिल हैं। जिन्हें आप अपनी जरूरत और एरिया के अनुसार अदल-बदल कर सकती हैं। इस किचन का प्रत्येक सेट विविध मटेरियल और रंगों में उपलब्ध होता है।

इसकी खासियत यह है कि इसमें स्टोरेज-स्पेस, इज़ी टू यूज़ और मेंटेनेंस जैसी बातों पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पिछले दिनों एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने किचन की लेटेस्ट तकनीक को भारत में लांच किया, इसकी खासियत है मैट लेक्योर ग्लास फिनिश वाले काउंटर टॉप। जिस पर कटिंग और चॉपिंग भी की जा सकती है, इस पर निशान नहीं पड़ते हैं और गर्म बर्तन भी रखे जा सकते हैं।

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इनके केबिनट डस्टप्रूफ होते हैं और इनमें इंटीरियर लाइटनिंग की सुविधा भी है। साथ ही ये ज्यादा स्पेशियस भी हैं। बस ऑर्डर करके फिट करवाए जा सकते हैं। यदि आप मॉड्यूलर किचन नहीं लगवाना चाहती हैं तो भी चिंता की कोई बात नहीं। थोड़ी-सी सूझबूझ और मेहनत से कम खर्च में ही अपने किचन को आधुनिक बनाया जा सकता है। देखें किस तरह

- किचन में अगर स्टोरेज की सही व्यवस्था हो तो किचन का इंटीरियर खिलकर सामने आता है। एरिया और अपनी आवश्यकता के अनुसार किचन में दीवारों के अंदर बिल्ट इन स्टोरेज बनवा लें। इन केबिनेट में शेल्फ, ड्रॉर और पुल आउट हो तो इनके अंदर काफी सामान रखा जा सकता है, साथ ही ये सुविधाजनक भी होते हैं।

- लकड़ी की ऐसी वॉल यूनिट बनवाएं या खरीदें जिसमें क्रॉकरी आदि रखी जा सके। इसे और सुंदर बनाने के लिए डेकोरेटिव हैंडल लगवा लें।

- किचन चिमनी को गैस या कुकिंग टॉप पर लगवा लें। ये किचन में फैलने वाले धुएं से खराब होने वाली दीवारों को भी साफ रखती है।

- स्टोरेज के लिए कंटेनर और ग्लॉस जार का उपयोग करें। सुंदर और डिजाइनर रंग-बिरंगे कंटेनर और जार से आपका किचन सुंदर और व्यवस्थित नजर आएगा।

- गैस बर्नर, वॉटर प्यूरीफायर, ब्लैंडर, चॉपिंग बोर्ड, फ्रूट बास्केट, नाइफ स्टैंड, माइक्रोवेव, डिजाइनर डस्टबीन, इंडक्शन हॉट प्लेट, डेकोरेटिव पेंटिंग के उपयोग से भी किचन को मॉर्डन और कलात्मक लुक दिया जा सकता है।

- अब बारी आती है किचन की दीवारों के रंगों की। साफ, हल्के और खुले रंगों के साथ किचन का इंटीरियर बदला जा सकता है। बाजार में ऐसे भी पेंट उपलब्ध हैं जो नैनो तकनीक पर आधारित हैं। ये दीवारों को नया लुक तो देते ही हैं, साथ ही इन्हें माइक्रोऑर्गेनिज्म से प्रतिरोधी बनाने में भी सहायता करते हैं। किचन में स्वच्छता और हाईजीन का होना भी बहुत जरूरी होता है, इसलिए इनसे बैक्टिरिया और वायरस पर नियंत्रण किया जा सकता है।

इन तरीकों को अपनाकर आप भी अपने किचन को रेनोवेट कर मॉडर्न रूप दे सकती हैं। जब जमाना बदल रहा है तो फिर आपका किचन क्यों नहीं? तो फिर देर किस बात की, कर डालिए किचन का कायाकल्प...।

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