शीतऋतु में रोगोपचार

WDWD
शीत ऋतु में प्रायः जो रोग होते हैं, उससे छुटकारा पा सकते हैं। बशर्ते आप ये उपाय आजमाएँ।

* पाचन दोष के रोगियों को ठंड से कब्ज बढ़ जाने का खतरा रहता है। उन्हें ठंड में पानी खूब पीना चाहिए।

* सर्दी में सिर दर्द की शिकायत रहती है, दूध में जायफल घिसकर माथे पर लेप करें, आराम मिलेगा।

* सर्दी में अक्सर होंठ फटते हैं। कोकम का तेल लगाने से आराम मिलेगा।

* बिवाइयाँ फट जाने पर प्याज का पेस्ट लगाने से आराम मिलेगा।

* सर्दियों में प्रायः छाती में बलगम जमा हो जाता है, अंजीर का सेवन करने से बलगम निकलेगा तथा खाँसी में राहत मिलेगी।

* भोजन के पश्चात जीरा पावडर खाएँ पाचन क्रिया ठीक रहेगी।

* आजवाइन के चूर्ण का आधा चम्मच दिन में तीन बार खाने से ठंड से आया बुखार उतर जाता है।

* सर्दियों में खाँसी, बुखार, जुकाम में पुदीने के पत्तों की चाय, शकर या नमक मिलाकर पीने से लाभ होता है।

* कफ जमा हो जाने से व दमा बढ़ने पर आजवायन छोटी पीपर, पोस्त दाना का काढ़ा बनाकर पीने से शीघ्र आराम मिलता है।

* ठंड के मौसम में अक्सर जोड़ों के दर्द की शिकायत रहती है, धतुरे के पत्तों पर तेल लगाकर गर्म करके दर्द वाले स्थान पर बाँध देने से आराम मिलता है।

* सर्दियों में सरसों के तेल में 3-4 लहसुन की कली डालकर पका लें और ठंडा होने पर इसमें मालिश करें तो बदन दर्द में आराम मिलता है।

* छाले होने पर 2-3 चिरौंजी दाने चबाएँ तथा मुँह में घुमाएँ, आराम मिलेगा।

* गला बैठ गया हो तो अदरक के ताजे टुकड़े को नमक और लौंग के साथ चबाने से आराम मिलेगा।

* सर्दी में अदरक को गर्म करके कूटकर जरा सा नमक डालकर खाने से सर्दी का असर तुरंत दूर होता है।

वेबदुनिया पर पढ़ें