बसंत फूल के फायदों के बारे में सुना है? तो अब जान लीजिए इसके बेमिसाल गुण

बसंत फूल एक प्रकार का जंगली पौधा है, जो अपने-आप उग जाता है। पीले रंग के इन फूलों को सेंट जॉन्स वॉर्ट कहते हैं। इसका इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। आइए, जानते हैं बसंत फूल के फायदे और इस्तेमाल की विधि -
 
1 बसंत फूल में हाइपरफोरिन और हाइपरसिन नामक केमिकल्स होते हैं, जो हमारे शरीर में नैचुरल न्यूरोट्रांसमीटर्स, जैसे-सेरोटोनिन और डोपामाइन के निर्माण और स्राव को बढ़ावा देते हैं। माइग्रेन की स्मस्या वालो को यह फूल चाय में डालकर सेवन करने की सलाह दी जाती है।
 
2 शराब पीने के बाद हुए हैंगओवर को कम करने में भी ये फूल मदद करता है।
 
3 बसंत फूल में भरपूर मात्रा में ऐंटीबायोटिक और ऐंटीवायरल पाए जाते हैं, जो साइनस, गले की सूजन, सर्दी, बुखार और छाती में जमे कफ को दूर करने में मदद करते हैं।
 
4 इस पौधे में ऐंटीबेक्टीरियल और ऐनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो घाव भरने, चोट को ठीक करने, शरीर का दर्द घटान, कीड़े के काटने से होनेवाले दर्द में राहत देने में सहायक होता है साथ ही माहवारी के दौरान होने वाले पेटदर्द को कम करने में मदद करता हैं।
 
आइए, अब जानते हैं कि बसंत फूल का इस्तेमाल किस प्रकार से करना है -
 
* सबसे पहले इस फूल को छांव में सुखाकर इसका चूरा बना लें। फिर 1 चम्मच बसंत फूल पाउडर को पानी में डालकर उबलें, फिर ठंडा होने के बाद इसे पी लें।
 
* बसंत फूल का तेल बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए सरसों के तेल में दो चम्मच फूल की पत्तियां डालकर उबालें, फिर रातभर ऐसे ही छोड़ दें। अब इसमें दो चम्मच वर्जिन ऑलिव ऑयल मिलाएं और इस तेल को छान लें। अब तेल को एयरटाइट डिब्बे में बंद कर दें। धीरे-धीरे इसका रंग हल्का लाल हो जाएगा जिसका इस्तेमाल अधिक फायदेमंद होगा।
 
नोट : बसंत फूल का सेवन उन लोगों को नहीं करने की सलाह दी जाती है जो डिप्रेशन की दवाई, कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स आदि का सेवन कर रहे होते हैं। इसके अलावा गर्भवती महालाओं को भी इसके सेवन से बचना चाहिए। अन्य लोगों के लिए भी डॉक्टर से परामर्श के बाद ही इसका सेवन करना बेहतर विकल्प है।

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