इस महीने में भारत के कप्तान रोहित शर्मा की अगुवआई में टीम इंडिया तीसरी बार आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी जीतकर इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम बन गया। यह ट्रॉफी भारत ने बिना एक टॉस जीतकर और बिना एक मैच हारकर जीती।
भारत ने ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश को 4 विकेटों से पाकिस्तान को 6 विकेटों से और न्यूजीलैंड को 50 रनों से हराया था। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेटों से और फिर फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेटों से हराया था।
हर दशक में कम से कम एक चैंपियन्स ट्रॉफी भारत ने जरूर जीती
साल 2002 में सौरव गांगुली की अगुवाई में भारत ने पहली बार चैंपियन्स ट्रॉफी जीती। वहीं साल 2013 में भारत ने यह इतिहास दोहराया। ध्यान देने योग्य बात यह है कि साल 2000 से 2010 के बीच में हम 1 बार विजेता और 1 बार उपविजेता बने। यह साल 2010 और 2020 के लिए भी कहा जा सकता है।
1998 में शुरु हुई आईसीसी नॉकआउट चैंपियन्स ट्रॉफी, इसमें भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया लेकिन वेस्टइंडीज से हारकर बाहर हो गया। पर फैंस को एक आशा हुई कि विश्वकप ना सही तो कम से कम मिनी विश्वकप जीतकर ही खुशी मना ली जाए।
21वीं सदी के शुरुआत में ही भारत को आईसीसी ट्रॉफी मिल जाती लेकिन कप्तान सौरव गांगुली की टीम को 2000 की जगह भारत को 2002 तक का इंतजार करना पड़ा। 2002 की ट्रॉफी श्रीलंका के साथ भारत को शेयर करनी पड़ी पर फैंस खुश थे कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सिलसिला तो शुरु हुआ।
2002 चैंपियंस ट्रॉफी: 2002 में सौरव गांगुली ने लगातार दूसरी बार टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचाया। इस बार मौका चैंपियंस ट्रॉफी का था और फाइनल में टीम के सामने थी मेजबान श्रीलंका। फाइनल 29 सितंबर को खेला जाने वाला था लेकिन बारिश के चलते रिजर्व डे में शिफ्ट हो गया। रिजर्व डे में भी बारिश ने बाजी मारी और भारत और श्रीलंका को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया।
साल 2004, 2006 और साल 2009 में भारत का प्रदर्शन खासा खराब रहा। लगातार 2 बार फाइनल में जगह बनाने वाला भारत इन तीनों ही टूर्नामेंटों में सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच पाया। टीम का प्रदर्शन इतना खराब था किन इन प्रत्येक 3 टूर्नामेंट में सिर्फ 1-1 मैच ही भारत जीत पाया।साल 2006 की चैंपियन्स ट्रॉफी भारत में हुई थी, यहां भारत बस इंग्लैंड से ही जीत पाया था।
साल 2013 में महेंद्र सिंह धोनी ने किया 11 साल का लंबा इतजार खत्म
साल 2013 में जब महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत की टीम इंग्लैंड जा रही थी तो माहौल बहुत नकारात्मक था। भारतीय टीम हाल ही में हुए आईपीएल की फिक्सिंग में फंसी हुई थी।
लेकिन धोनी की अगुवाई में इंग्लैंड में भारतीय टीम ने खिताब जीता। जिस जमीन पर गेंद स्विंग लेती है वहां ऐसा कारनामा करना बिना एक मैच हारे काबिले तारीफ था। इस टूर्नामेंट में भारत का पाकिस्तान को हराने का इंतजार भी खत्म हुआ।