भारत के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले मैच में शतक जमाने वाले बांग्लादेश के बल्लेबाज तौहीद ह्रदय का मानना है कि अगर वह ऐंठन के शिकार नहीं हुए होते तो और रन बना सकते थे।बांग्लादेश ने एक समय 35 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे जिसके बाद तौहीद (100) और जाकिर अली (68) ने छठे विकेट के लिये 158 रन की साझेदारी की और टीम को 229 रन तक ले गए। बांग्लादेश को हालांकि छह विकेट से पराजय का सामना करना पड़ा।
तौहीद उस समय 88 रन पर थे जब एक रन लेते समय ऐंठन का शिकार हो गए । इसके बाद उनके लिये बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था लेकिन वह आउट होने वाले आखिरी बांग्लादेशी बल्लेबाज रहे ।
उन्होंने कहा ,बाहर से यह आसान लग रहा था लेकिन पांच विकेट गिरने के बाद आसान नहनीं था । मैं संयम के साथ खेल रहा था और खुद से बात कर रहा था कि इससे कैसे निकला जाये। मुझे भरोसा था कि अगर मैं टिक गया तो डॉट गेंदों की भरपाई कर लूंगा ।
उन्होंने कहा , अगर ऐंठन नहीं आई होता तो 20-30 रन और बना लेता। शतक से मुझे भविष्य के लिये आत्मविश्वास मिला।
तौहीद ने कहा कि अगर बांग्लादेश 50 रन और बना लेता तो जीत सकता था।उन्होंने कहा , मुझे लगता है कि 270 के आसपास का स्कोर बेहतर होता । हमने शुरूआती विकेट जल्दी गंवा दिये जिसके बाद मैने साझेदारी बनाने पर फोकस रखा। जब मैं और जाकिर खेल रहे थे तो हम यही बात कर रहे थे। जाकिर अगर बड़ी पारी खेल जाता तो हमारे लिये आसान होता । लेकिन खेल में यह सब चलता है।(भाषा)